स्टेट ब्यूरो . शिमला
हिमाचल प्रदेश में पिछले कई घंटे से जारी भारी बारिश ने हर तरफ तबाही का मंजर बनाया हुआ है । एक तरफ जहां नदिया नाल तूफान पर आ गए हैं तो दूसरी ओर जगह-जगह सड़कों पर हुए भूस्खलन ने मार्ग अवरुद्ध कर दिए हैं । सबसे ज्यादा नुकसान जिला मंडी में बताया जा रहा है । बताते हैं कि जिला मंडी की बलघाटी पूरी तरह से जल मग्न हो चुकी है.
पिछले 35 घंटे से अधिक समय से भारी बारिश हो रही है। इससे 500 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध हो गई हैं। चंडीगढ़-मनाली, कालका-शिमला और शिमला- बिलासपुर नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद पड़ा है।मंडी जिले की बल्ह घाटी जलमग्न होने से 300 से ज्यादा घरों, 35 से ज्यादा गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा है। नाचन के नाहन में भी बादल फटने से घर खेत और पशु बह गए। शिमला-मनाली हाईवे पर टैंडा के पास सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ।
बिलासपुर जिला में डीब नामक स्थान पर बारिश से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। यहां पर बारिश के कारण आई बाढ़ और मलबे में 2 ट्राले, एक कार, गाय भैंस और बकरियां बह गईं।
मंडी बल्ह घाटी में सबसे ज्यादा नुकसान
शनिवार रात से हो रही बारिश से मंडी जिले की बल्ह घाटी में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। पूरी घाटी जलमग्न होने से 300 से ज्यादा घरों, 35 से ज्यादा गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा है। किसानों की फसलें तबाह हुई हैं।मंडी जिले के चुनाहन में भी बादल फटने से घर खेत और पशु बह गए। लोगों का कहना है कि पहली बार उन्होंने ऐसी तबाही देखी है। पंचायत घर, पशु चिकित्सालय, PHC, हटगढ़ स्कूल जलमग्न है।
शिमला में जगह-जगह लैंडस्लाइड
शिमला में लैंडस्लाइड और पेड़ भी गिरे शिमला शहर में भी जगह-जगह लैंडस्लाइड होने से लोग दहशत में हैं। इससे कई घरों को नुकसान पहुंचा। शिमला-मनाली हाईवे पर टैंडा के पास सड़क पर पेड़ गिरने यातायात प्रभावित हुआ। छोटे वाहन हीरानगर, जतोग होते शिमला आ सकते हैं।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh