शहर की आब-ओ- हवा ने ऐसा घेरा मिट्टी के घर भूल गए, हिमाचली बुजुर्ग की आवाज में छलका गांव से बिछड़ने क दर्द

यह गीत हिमाचल के एक सेवानिवृत्त बुजुर्ग द्वारा गया गया है जो कि चंबा जिला के बताए जा रहे हैं और परिवार सहित अब चंडीगढ़ में होते हैं। सोशल मीडिया पर आजकल यह गीत काफी धमाल मचा रहा है। इस गीत में जहां एक और मनोरंजन है वही ऐसे लोगों की पीड़ा भी झलक रही है जोकि किन्ही कारणों से शहरों में बस तो जाते हैं लेकिन उन्हें हर पल अपने प्रदेश और अपने गांव की याद सताती रहती है. चंडीगढ़ के 4 ever news, चैनल के सौजन्य से लिए गए इस गीत का आप भी लुफ्त उठाएं लेकिन अपने  प्रदेश अपने गांव अपनी माटी को छोड़कर कहीं बाहर ना जाएं.

हिमाचल के एक बुज़ुर्ग सेवानिवृत्त होने के वाद अपने बच्चों के साथ चंडीगढ़ में बस गए,लेकिन हरपल उन्हें अपने गॉंव की याद सताती रहती है,उन्होंने हिमाचली लोकगीत गाकर अपनी व्यथा ज़ाहिर की……

सौजन्य: 4 ever NEWS

Khabar Logy
Author: Khabar Logy

Himachal Pradesh

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