चौकी पंचायत के आपदा प्रभावित गांव कितने सेफ बताएगी रिपोर्ट, सात सदस्यीय टीम ने किया ड्रोन सर्वे

ग्राउंड रिपोर्ट
Himachal pradesh के जिला कांगड़ा के उपमंडल धीरा के तहत आने वाली ग्राम पंचायत चौकी के परमार नगर सहित अन्य प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र रहने लायक हैं या नहीं और क्या यहां नई कंस्ट्रक्शन करना सही रहेगा ऐसे कई सवालों के जवाब जानने के लिए क्षेत्र का जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण शुरू हो गया है। जू लॉजी सहित खनन विभाग की टीमों ने इसपर कसरत शुरू कर दी है। इन्हीं सवालों का जवाब जाने के लिए गुरुवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के एक सात सदस्यीय दल ने भू वैज्ञानिक प्रोफेसर अंब्रीश कुमार महाजन के नेतृत्व में परमार नगर का दौरा किया और ड्रोन बेस्ड लाइट डिक्टेशन और रेजिंग टेक्नोलॉजी के माध्यम से भू सर्वेक्षण किया। टीम के सदस्यों ने परमारनगर समेत, कलूणा, लाहड़ छलैणा आदि गांव के एक-एक घर में जाकर वहां पड़ी दरारों को देखा। बताते हैं कि कुछ घरों को टीम ने रहने के लिए आयोग्य घोषित कर दिया है। घर के सदस्यों को साफ तौर पर कहा गया है कि ये जगह रहने के लिए सुरक्षित नहीं है। खासकर भारी बारिश के दौरान यहां कभी भी हलचल हो सकती है। इसके अलावा टीम ने जमीन में आई उस दरार को भी देखा जिसके कारण इस जगह में लैंडस्लाइडिंग हुई है। बता दें कि परमारनगर में बीते सप्ताह आई आपदा के उपरांत खनन विभाग के अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है जबकि वीरवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के एक सात सदस्यीय दल ने ड्रोन बेस्ड लाइट डिक्टेशन और रेजिंग टेक्नोलॉजी के माध्यम से भू सर्वेक्षण किया।

इस दल ने परमार नगर सहित पंचायत के लाहड़ छलैना एवम कलूणा में भी भूस्खलन होने की जांच की । प्रभावित गांव का ड्रोन से भी सर्वेक्षण किया गया । इस मौके पर और अर्बन डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष संजय चौहान भी मौजूद रहे । अब जांच दल की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा की क्या परमार नगर सहित पंचायत के उक्त दो गांव भविष्य में रहने लायक होंगे या नहीं। भू वैज्ञानिक दल के सर्वेक्षण की रिपोर्ट यह तय करेगी की भविष्य में प्रदेश सरकार द्वारा आपदा पीडि़तों के पुनर्वास हेतु उठाए जाने वाले कदमों में क्या परमार नगर एवं पंचायत के दो अन्य गांव सुरक्षा की दृष्टि से महफूज होंगे या इन परिवारों का पुनर्वास ऐसे स्थान पर किया जाए जो सुरक्षित हों।

प्रभावितों के लिए की जा रही जगह की तलाश
गौरतलब है कि परमारनगर सहित आसपास के क्षेत्रों के जो लोग भारी बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं और बेघर हुए हैं। उनको अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर बसाने की भी कसरत प्रशासन ने अंदरखाते शुरू कर दी है। सरकारी जमीन न मिलने के कारण रेवन्यू डिपार्टमेंट को फोरेस्ट लैंड की तलाश करने के लिए कहा गया है जहां प्रभावित परिवारों के लिए जगह तलाशी जा सके और उन्हें जमीन अलॉट की जा सके।

 

Khabar Logy
Author: Khabar Logy

Himachal Pradesh

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