पॉलिटिकल डेस्क. पंजाब
पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच एक बार फिर तल्खी बढ़ गई है। शुक्रवार को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सांविधानिक कार्रवाई के तहत राष्ट्रपति शासन लगाने की चेतावनी दी थी और कहा था कि राज्य सरकार राजभवन की ओर से मांगी गई जानकारी नहीं दे रही है। ये सांविधानिक कर्तव्य का अपमान है।अब इस पर सीएम भगवंत मान ने पलटवार किया है। मान ने शनिवार को पंजाब भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्यपाल साहब इंतजार कीजिए, आपने जो जानकारी मांगी है, वो मुहैया करवाई जाएगी। सीएम ने कहा कि राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के सभी पत्र जो मैंने पढ़े हैं, वे दर्शाते हैं कि राज्यपाल सत्ता के भूखे हैं। मैं उन्हें सुझाव देता हूं कि वे राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ें और भाजपा से सीएम का चेहरा बनें।मान ने कहा कि सिर्फ अगस्त महीने में 41 किलो हेरोइन जब्त की गई। अब तक 753 गैंगस्टर गिरफ्तार हुए और 786 हथियार और वाहन जब्त किए गए हैं। पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है।
मणिपुर और हरियाणा में क्यों नहीं बोलते
मान ने कहा कि राज्यपाल पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की धमकी दे रहे हैं, जबकि मणिपुर और हरियाणा में उनके समकक्ष वहां कानून व्यवस्था की स्थिति पर चुप्पी साधे हुए हैं। मैं राज्यपाल साहब से पूछना चाहता हूं कि क्या हरियाणा के राज्यपाल ने नूंह में जो कुछ हुआ, सांप्रदायिक झड़पें और हिंसा हुई और कर्फ्यू लगाना पड़ा, उसके संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री को कोई नोटिस जारी किया है? क्या हरियाणा के राज्यपाल ने कोई पत्र लिखा है? नहीं, क्योंकि उनकी सरकार केंद्र में भी शासन कर रही है।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh