अमेरिका और ब्रिटेन के बाद अब सिंगापुर में भी भारत का डंका बज गया है। भारतीय मूल के शनमुगारत्नम को सिंगापुर का नया राष्ट्रपति चुना गया है। उन्होंने 70.4 फीसद रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है। चीनी मूल के एक व्यक्ति भी चुनाव मैदान में थे। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और यूएसए की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी भारतीय मूल की हैं। भारतीय मूल के व्यक्ति व पूर्व मंत्री थर्मन शनमुगारत्नम को सिंगापुर का नया राष्ट्रपति चुना गया है। शनमुगारत्नम के राष्ट्रपति चुने जाने से पहले ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी भारतीय मूल की हैं। 66 वर्षीय अर्थशास्त्री शनमुगारत्मन को चुनाव विभाग ने 70.4 प्रतिशत वोट हासिल करने और दो प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को करारी शिकस्त देने के बाद विजेता घोषित किया। अमेरिका, ब्रिटेन और सिंगापुर जैसे देशों में भारतीय मूल के व्यक्तियों का शीर्ष पदों पर होना भारत के लिए भी गर्व का एहसास कराने वाला पल है।
शनमुगारत्नम सिंगापुर के पूर्व उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। आधिकारिक परिणामों के अनुसार सिंगापुर के पूर्व उप प्रधान मंत्री थर्मन शनमुगरत्नम को एक दशक से भी अधिक समय में बड़े पैमाने पर औपचारिक पद के लिए शहर-राज्य के पहले विवादित मतदान में शुक्रवार को राष्ट्रपति चुना गया। चुनाव विभाग ने 70.4 प्रतिशत मतपत्र हासिल करने के बाद 66 वर्षीय अर्थशास्त्री को दो प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों पर विजेता घोषित किया। चुनाव रिटर्निंग अधिकारी तान मेंग दुई ने कहा, “मैं श्री थर्मन शनमुगरत्नम को सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में विधिवत निर्वाचित उम्मीदवार घोषित करता हूं।”
हलीमा याकूब हैं मौजूदा राष्ट्रपति
शनमुगारत्नम मौजूदा राष्ट्रपति हलीमा याकूब की जगह लेंगे जो 2017 में अपने छह साल के कार्यकाल के लिए निर्विरोध चुने गए थे। परिणाम घोषित होने से पहले एक भाषण में शनमुागरत्नम ने कहा, “मेरा मानना है कि यह सिंगापुर में विश्वास का वोट है। यह भविष्य के लिए आशावाद का वोट है, जिसमें हम एक साथ प्रगति कर सकते हैं।” इस पद के लिए कठोर आवश्यकताएं हैं, जो औपचारिक रूप से शहर के संचित वित्तीय भंडार की देखरेख करता है और कुछ उपायों को वीटो करने और भ्रष्टाचार विरोधी जांच को मंजूरी देने की शक्ति रखता है।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh
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