पॉलीटिकल डेस्क . हमीरपुर
अपने दो दिवसीय हमीरपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर दोहरा हमला बोला। एक तरफ़ उन्होंने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में हो रही धांधली को लेकर भाजपा को घेरा, वहीं आपदा में केंद्र सरकार से कोई आर्थिक मदद न मिलने के लिए भी भाजपा का क़सूरवार ठहराया।
नादौन में मुख्यमंत्री ने कहा “हिमाचल प्रदेश को आर्थिक तंगहाली के दौर में धकेलने के लिए भी भाजपा दोषी है और केंद्र सरकार से आपदा प्रभावित हिमाचल प्रदेश को कोई आर्थिक मदद न मिलने के लिए भी भाजपा नेता ज़िम्मेदार हैं। किसी भी भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने हिमाचल के हितों को नहीं उठाया। भाजपा के नेता आपदा के समय सिर्फ राजनीति करने में लगे हैं।”
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने वर्तमान सरकार को 75 हजार करोड़ रुपए का क़र्ज़ विरासत में दिया है। इसके अतिरिक्त सरकारी कर्मचारियों की 10 हज़ार करोड़ रुपए की देनदारियाँ अलग हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए और अपनी गारंटी को पूरा करते हुए वर्तमान राज्य सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल किया है, जिसके कारण केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर कई तरह की पाबंदियाँ लगा दी हैं। उन्होंने कहा कि आपदा का सामना कर रहे हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से आर्थिक मदद की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार से बार-बार हिमाचल प्रदेश में तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और प्रदेश के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देने की माँग कर रही है। लेकिन राज्य के भाजपा नेता केवल मात्र राजनीतिक रोटियाँ सेंक रहे हैं। उिन्होंने कहा कि राजनीति करने के लिए भाजपा नेताओं को काफ़ी वक्त मिल जाएगा, लेकिन अभी हिमाचल प्रदेश को मदद की ज़रूरत है। उन्होंने प्रदेश के लोगों को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार से कोई आर्थिक मदद मिले न मिले परंतु वर्तमान राज्य अपने सीमित संसाधनों से हर प्रभावित को मदद देगी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आपदा में 13 हज़ार से ज्यादा घर आंशिक या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं और राज्य सरकार तिनका-तिनका जोड़कर एक-एक प्रभावित के घर को दोबारा बसाएगी।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh