शिमला . हिमाचल प्रदेश में अब किसी भी परिवार में केवल एक बेटी पैदा होती है तो उसे परिवार को इंसेंटिव के रूप में दी जाने वाली 35000 रुपए की राशि को बढ़ाकर 2 लाख कर दिया गया है. वहीं अगर दो बेटियों के जन्म पर 1 लाख रुपए प्रदेश सरकार की ओर से दिए जाएंगे. इसकी घोषणा CM हिमाचल प्रदेश ने राजधानी शिमला में गर्भधारण पूर्व और प्रसवपूर्व निदान तकनीक अधिनियम, 1994 को लेकर दो दिनों तक चलने वाली क्षमता निर्माण कार्यशाला की शुरुआत के मौके पर की. इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखविंदर और मुख्य अतिथि मौजूद रहे और साथ में स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल भी शामिल हुए. इस मौके पर ज़िला चंबा से भरमौर, जिला शिमला से ननखरी और जिला मंडी से झंझरी ब्लॉक को बेहतर लिंग अनुपात बनाए रखने के लिए पुरुस्कृत भी किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रदेश में लिंगानुपात को बेहतर करने की दिशा में काम करने की बात कही साथ ही प्रदेश में बेटियों के जन्म पर सम्मान राशि देने की भी घोषणा की.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दौरान कहा कि प्रदेश में महिला लिंगानुपात में बेहतरी की ओर सुधार हुआ है उन्होंने कहा है कि 2014 के मुकाबले आज प्रदेश की स्थिति लिंगानुपात के मामले में काफी बेहतर है उन्होंने कहा कि महिला भ्रूण हत्या को रोकने में सरकार सफल हुई है और स्थिति पहले के मुकाबले बेहतर हुई है. इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने घोषणा की कि हिमाचल प्रदेश में किसी परिवार में केवल एक बेटी पैदा होती है तो उसे परिवार को इंसेंटिव के रूप में दी जाने वाली 35000 रुपए की राशि को बढ़ाकर 2 लाख कर दिया गया है. वहीं अगर दो बेटियों के जन्म पर 1 लाख रुपए प्रदेश सरकार की ओर से दिए जाएंगे
Author: Khabar Logy
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