पिस्टल के साथ पकड़े गए पंजाब और हिमाचल पुलिस के दो वांटेड, बिश्नोई गैंग से तार का अंदेशा

कांगड़ा । जिला कांगड़ा स्थित टांडा मेडिकल कालेज में गत 6 सितंबर को टांडा अवासीय कॉलोनी के पास बने शिव मंदिर की झाडिय़ों में हथियार और नशीली दवाइयों से भरा हुआ बैग मिलने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले से ताल्लुक रखने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान पंजाब निवासी विनय भंडारी और दूसरे आरोपी की पहचान कांगड़ा के ज्वालाजी निवासी रोहित कुमार उर्फ छोटू के रूप में हुई है।

बताया जा रहा है कि ये दोनों आरोपी इससे पहले भी कई वारदातों में शामिल रहे हैं जिनकी खोज पंजाब और हिमाचल पुलिस पहले से ही कर रही थी। कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्निहोत्री के अनुसार पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दोनों आरोपियों के पास से दो और पिस्टल भी बरामद हुए हैं जो कि पहले मिले पिस्टल से पूरी तरह से मेल खाते हैं वहीं उन्होंने कहा कि इन आरोपियों के तार कई गैंगस्टर्स के साथ जुड़ रहे हैं।इतना ही नहीं इनका सम्बंध बिश्नोई गैंग के साथ होगा इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता इसलिये क्योंकि ज्वालाजी का आरोपी छोटू ऊना के जिस गैंगस्टर्स राजीव कौशल के साथ लगातार संपर्क में था वो बिश्नोई गैंग का सरगना बताया जाता है। फिलहाल इस मामले के मुख्य आरोपी विनय भंडारी को पंजाब के होशियारपुर और जीरकपुर पुलिस भी रिमांड पर लेना चाहती है  क्योंकि ये दोनों  आरोपी पंजाब व अन्य जगहों पर हुई विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इसमें हत्या से लेकर नशे के मामलों में भी दोनों शामिल रहे हैं।

विनय ने रोहित को दिए थे देसी कट्टे
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पंजाब निवासी विनय भंडारी ने देसी कट्टे और नशीली दवाइयां ज्वालामुखी के उसके सहयोगी रोहित को दी थीं। वहीं मुख्य आरोपी पंजाब के जिरकपुर में हुए गोलिकांड के दौरान भी शामिल था और वहां फायरिंग के दौरान देसी कट्टा उसके हाथ में फटने के कारण विनय घायल हो गया था और इलाज के लिए कई इलाकों में खाक छान रहा था। इस दौरान विनय ने अपना इलाज गढ़शंकर व अन्य कई जगहों पर भी करवाया।  घायल होने के चलते विनय भारी सामान उठाने में असमर्थ हो गया था जिसके चलते विनय ने देसी कट्टे व नशीली दवाइयों की बोरी ज्वालामुखी के अपने सहयोगी रोहित को शाहपुर में दी थी। आरोपियों द्वारा वो सामान जब ले जाया जा रहा था तो 6 सितंबर को टांडा मेडिकल कॉलेज के पास पुलिस का नाका देखकर उन्होंने बैग को साथ में लगी झाडिय़ों में फेंक दिया और मौके से फरार हो गए थे।

रोहित पैरोल पर आया था बाहर
पुलिस द्वारा पकड़े गए दूसरे आरोपी का नाम रोहित है जोकि ज्वालामुखी का रहने वाला है। वह अमृतसर में अपने ससुराल में रहता था।  रोहित जेल में पहले ही हत्या के मामले में सजा काट रहा है तथा पैरोल पर बाहर आया था। रोहित पर मादक पदार्थ अधिनियम के संबंधित 7 और मामले भी चल रहे हैं। जानकारी के अनुसार सारी घटना होने के बाद जब पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी तो पुलिस को इनपुट मिली कि एक व्यक्ति जोकि एक होटल में ठहरा हुआ है तथा उसकी गतिविधियां ठीक नहीं हैं। इस पर पुलिस ने उस पर अपनी नजर रखी तथा उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच के दौरान रोहित को अमृतसर से गिरफ्तार किया।

Khabar Logy
Author: Khabar Logy

Himachal Pradesh

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