हमीरपुर . NIT में पिछले दिनों छात्र की संदिग्ध मौत के मामले में फैकल्टी मेंबर और प्रबंधन पर लगातार उठ रही उंगलियों के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी यहां शनिवार को संस्थान के दीक्षांत समारोह में जहां छात्रों को नशे से दूर रहने की नसीहत दी वही फैकल्टी मेंबर को भी अपना काम ईमानदारी से करने की बात भी कही. राष्ट्रीय स्तर के इस संस्थान की एक-एक चीज के लिए मैं लड़ा हूं ताकि हर सुविधा यहां हो। अच्छे क्लासरूम हों, बढिय़ा हॉस्टल हों, फेकल्टी मेंबर को सब सुविधाएं हों। उसके बावजूद अगर कोई इस संस्थान की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास करेगा उसे छोड़ूगा नहीं। यह कहना था केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का। शनिवार का एनआईटी हमीरपुर के दीक्षांत समारोह में मेधावियों को डिग्रियां देने पहुंचे अनुराग ठाकुर ने मंच से जहां छात्रों को नसीहत दी वहीं नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों को चेतावनी भी दे डाली। नहीं उन्होंने ड्यूटी में कोताही बरतने वालों को भी खूब सुनाई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें यह जानकार हैरानी हुई कि वार्डन रात को रूम पर सोए रहते हैं। हॉस्टलों पर कोई चैक नहीं रहता। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने कहा यह प्रदेश मेरा है यहां के युवा मेरे हैं इसलिए आज यहां से प्रण लेता हूं कि प्रदेश को नशा मुक्त करवाकर छोड़ूगा। इसके लिए सरकार के साथ-साथ माता-पिता को भी जि मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कहा कि मैं न आज की पीढ़ी को और न ही भविष्य की पीढ़ी को खराब होने दूूंगा। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोई कितना भी रसूखवाला क्यों न हो छोड़ूगा नहीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे वोटों की चिंता नहीं है कि वो कैसे आएंगे बल्कि इस बात की चिंता है कि मुझे जि मेदारी हो निभाना है। छात्र को नसीहत देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपको मैं यहां मंत्री होने के नाते नहीं बल्कि बड़ा भाई होने के नाते कह रहा हूं अगर आपका रास्ता सही होगा तो आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता लेकिन यदि आप गलत रास्ते पर चलेंगे तो पीछे हटने की राह ही खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं यहां आपको डिग्री देने नहीं आया बल्कि समझाने आया हूं कि अभी भी वक्त है खुद को सुधार लो वरना कल बड़ी देर हो जाएगी।
अनुराग ने कहा कि जब नए-नए छात्र बड़े संस्थानों में आते हैं तो सीनियर कहेंगे सिगरेट का कश लगा लो शाम को पैग लगा लो लेकिन निर्णय आपको लेना है कि क्या करना है। ऐसी चीजें हंसी-मजाक में शुरू होती हैं और आपका जीवन ले लेती हैं। माता-पिता को शर्मिंदगी उठानी पड़ती है औ शिक्षकों की गर्दन शर्म से झुक जाती है। निर्णय आपको लेना है कि सिर उठाकर जीना है या काला दाग लगाना है। उन्होंने कहा कि देश के जवानों ने आजादी के लिए बलिदान दिया है हम आपसे बलिदान नहीं बल्कि इस देश के लिए योगदान मांग रहे हैं। विदित रहे कि गत सोमवार को एनआईटी के एक छात्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी और नशे के आरोप में तीन छात्र और दो ड्रग पैडलर को गिरफ्तार किया गया है।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh