हिमाचल को 4000 करोड़ की सड़क परियोजनाओं के तोहफे दे गए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

हमीरपुर. हिमाचल प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से बहुत फेमस है। यहां यदि पर्यटन उद्योग व्यापार को बढ़ाना है, प्रदेश में ज्यादा कैपिटल इन्वेस्टमेंट लाना है तो इंफ्रास्ट्रक्चर को और ज्यादा बढ़ाना होगा। प्रदेश में पानी बिजली की कोई कमी नहीं है लेकिन बेहतर सड़कें यहां की प्रमुख जरूरत है। यह कहना था केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का। गडकरी मंगलवार को हमीरपुर के दोसड़का स्थित पुलिस मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां से वर्चुअली प्रदेश के लिए 4 हजार करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकापर्ण किए।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं आप सबको यह विश्वास दिलाता हूं कि 2024 के खत्म होने से पहले हिमाचल प्रदेश के अंदर एक लाख करोड़ रुपए की लागत से सड़कों का कायाकल्प होने वाला हैं। इनमें से कुछ सड़कें बन चुकी होंगी कुछ बन रही होंगी और कुछ का काम शुरू होने वाला होगा। हम 1 लाख करोड़ रुपए खर्च करके हिमाचल प्रदेश के लो इंफ्रास्ट्रक्चर को दुनिया के मुकाबले का बनाने के लिए पूरी तरह काम करेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि अनुराग सिंह ठाकुर की मांग के अनुरूप हमीरपुर के बाईपास बनाने के लिए विभाग को डीपीआर बनाने के आदेश यहां से दिए जा रहे हैं और यह काम भी जल्दी ही शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिमला बिलासपुर कांगड़ा मटौर सड़क मार्ग को पूरी तरह फोरलेन बनाने का वचन आपको यहां से देता हूं। । सीआरएफ और सेतु मंडल परियोजना के तहत हिमाचल प्रदेश को अतिरिक्त 150 करोड़ रुपए भी यहां में मंजूर कर रहा हूं।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि शिमला से मटौर के लिए दस हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे मार्ग में टनल बाईपास फोरलेन डबल लेन फोल्डर बनने के पश्चात कुल 43 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी जिससे लोगों का समय बचेगा। उन्होंने बताया कि पंजाब हिमाचल सीमा के साथ-साथ नादौन अ ब और ऊना तक फोरलेन मार्ग का निर्माण 1700 करोड रुपए की लागत से किया जाएगा। दिसंबर 2024 तक इस कार्य की डीपीआर बन जाएगी और इसके तुरंत बाद यह काम शुरू होगा। पठानकोट से मंडी तक 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से हम फोरलेन मार्ग का निर्माण कर रहे हैं। 171 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के बनने के पश्चात 48 किलोमीटर की दूरी कम होगी। अभी यह दूरी 232 किलोमीटर है। पंजाब बार्डर के चक्की, पालमपुर बैजनाथ से मंडी तक 11 हजार करोड़ रुपए की लागत से 197 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 100 किलोमीटर फोरलेन और 97 किलोमीटर टू लेन सड़क मार्ग होगा। इस रास्ते में 113 किलोमीटर ग्रीन फील्ड है यानी की 113 किलोमीटर सड़क बिल्कुल नई बनेगी। मंडी के लिए बाईपास और फोरलेन टनल का काम नेरचौक से कुल्लू तक 4800 करोड़ रुपए की लागत से फोरलेन का काम पर्यटन को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण रहेगा। इसके अलावा सोलन से गरली तक 1135 करोड़ के लागत से सड़क मार्ग बना रहे हैं। इसे लुधियाना से 17 किलोमीटर दूर माने गांव में दिल्ली कटरा एक्सप्रेस हाईवे से जोड़ा जाएगा जो लोग दिल्ली से कटरा जाएंगे, वे वापसी में लुधियाना से शिमला भी एक बढिय़ा मार्ग से पहुंचने का विकल्प इस सड़क के माध्यम से पा सकेंगे। यह हाईवे एनएच 42 और उत्तर दक्षिण कॉरिडोर से ट्रैफिक के दवाब को कम करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जेपी नड्डा के गृह क्षेत्र में सीआरएफ के तहत 125 करोड़ रुपए का एक काम की मंजूरी भी मैं यहां से दे रहा हूं जो जल्दी पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व राज्य सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, रणधीर शर्मा, विरेंद्र कंवर, सतपाल सत्ती, रमेश ध्वाला, कमलेश कुमारी व एनएचएआई के आरओ, पीडी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्चुअल जुड़कर इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।

हमीरपुर को 740 करोड़ का 17 किलोमीटर  बाईपास
हमीरपुर बाईपास बनाने के विषय में विशेष रूप से बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 740 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस बाईपास की लंबाई 17 किलोमीटर होगी जिसको 2025 तक पूरा कर दिया जाएगा। इस मार्ग के बनने से लोगों का समय बचेगा और 7 घंटे की दूरी को वह 4 घंटे में पूरी कर पाएंगे इस मार्ग के बनने से कांगड़ा हमीरपुर बिलासपुर सोलन और शिमला जिले की कनेक्टिविटी आपस में और बेहतर हो जाएगी।

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Author: Khabar Logy

Himachal Pradesh

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