हमीरपुर. कभी भाजपा का गढ़ और राजनीति और सत्ता का केंद्र कहा जाने वाला हमीरपुर एक बार फिर से सियासत का सेंट्रल प्वाइंट बन गया है। पिछले कुछ समय से हर किसी को समीरपुर की गलियां याद आ रही हैं। करीब 15 दिनों से प्रदेश का हर नेता समीरपुर यानि पूर्व मु यमंत्री प्रो. धूमल के पास हाजिरी भर रहा है। हालांकि लोकसभा के चुनाव इससे पहले भी 2019 और 2014 में हुए हैं लेकिन इस बार समीरपुर में जो हलचल बढ़ी है उसका बड़ा और महत्वपूर्ण कारण प्रदेश में होने जा रहे उपचुनावों को माना जा रहा है। कांग्रेस के वो छह पूर्व विधायक जो पार्टी से बगावत करके पिछले दिनों भाजपा में शामिल हुए हैं उनकी जीत सुनिश्चित करवाने के लिए प्रदेश से लेकर हाईकमान तक सबको प्रो. धूमल की बहुत ज्यादा याद आई है।
ऐसी याद कि पराये हो चुके अपने भी अब अपने बनकर उनकी शरण में पहुंच रहे हैं। पिछले दो सप्ताह पर नजर डालें तो सबसे पहले किसी जमाने में प्रो. धूमल के धुर विरोधी रहे सुजानपुर के पूर्व विधायक और अब भाजपा के प्रत्याशी राजेंद्र राणा और बड़सर के पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल समीरपुर पहुंचे थे। उसके बाद हमीरपुर सदर से आजाद विधायक आशीष शर्मा और देहरा के विधायक होशियार सिंह और कुटलेहड़ के भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र भुट्टो प्रो. धूमल से मिलने पहुंचे थे।इनमें सबसे दिलचस्प और महत्वपूर्ण बात यह देखी गई कि प्रदेश के पूर्व मु यमंत्री जयराम ठाकुर इन नेताओं के प्रो. धूमल से मिलवाने के लिए स्वयं आए थे। यही नहीं उसके बाद धर्मशाला से भाजपा के प्रत्याशी और वीरभद्र सरकार में कांग्रेस के मंत्री रहे सुधीर शर्मा भी प्रो. धूमल का आशीर्वाद लेने के लिए समीरपुर आ चुके हैं। अब 11 अप्रैल को भाजपा एक बड़ी रैली का आयोजन हमीरपुर में ही करने जा रही है। यह रैली भाजपा के लिए कितनी महत्वपूर्ण है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल स्वयं इस रैली की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यहां आ चुके हैं।
आपको बता दें कि इस रैली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल, पूर्व मु यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रो. धूमल, उपचुनाव में हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा, इंद्रदत लखनाल सदर के विधायक आशीष शर्मा, पार्टी के सभी पूर्व विधायकों समेत बड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। यूं कहें तो आने वाले चुनावों का आगाज हमीरपुर से ही होने जा रहा है।यही नहीं पूर्व सीएम प्रो. धूमल का जन्मदिवस भी इस बार पार्टी बड़े जबरदस्त तरीके से मनाने जा रही है। भाजपा की सियासत में एकाएक हुआ यह बदलाव इस बात का साफ संकेत है कि नीचे से लेकर ऊपर तक सबको इस बात का आभास होने लगा है कि प्रो. धूमल के आशीर्वाद बिना नैय्या पार लगना आसान नही है।
प्रदेश के हर जिले में प्रो. धूमल के वर्कर
दो बार प्रदेश की सत्ता संभाल चुके प्रो. प्रेम कुमार धूमल की बात करें तो प्रदेश की राजनीति में आज भी उनका अलग रसूख है। वो आमजन के नेता रहे हैं। पूरे प्रदेश में ऐसा कोई जिला नहीं होगा जहां उनके कार्यकर्ता न हों। कार्यकर्ता भी ऐसे कि धूमल साहब के लिए हर कुछ करने को तैयार। मजेदार बात यह है कि आज भी कार्यकर्ता उनकी बात मानता है और उनके साथ चला हुआ है। प्रदेश में आज भी हजारों ऐसे कार्यकर्ता हैं जिनको इसलिए हाशिये पर रखा गया कि वे प्रो. धूमल के साथ रहे और आज भी हैं।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh