फ्रेंडशिप – डे : क्या सच में कभी सुदामा को ढूंढते कृष्ण उसके घर आएगा

फ्रेंडशिप-डे के अवसर पर एक दोस्त ने फेसबुक पर बहुत ही अच्छी लाइनें अंकित की है कि…

दोस्ती का असल उदाहरण उस दिन आएगा

दोस्त को ढूंढते जिस रोज कृष्ण सुदामा के घर आएगा

आज के परिवेश में शायद एक दोस्त की पहचान करने के लिए ये शब्द काफी लगते हैं। साथ ही एक उम्मीद बंधती है की कोई तो होगा जो उम्रभर नि:स्वार्थ होकर आपके साथ खड़ा रहेगा कोई तो होगा जो आपके मुस्कुराते चेहरे के पीछे छिपे दर्द को पहचानेगा । कोई तो जो होगा जो आपके बुरे वक्त में धीरे से आकर कहेगा कि सब ठीक हो जाएगा और उसके इतना कहने मात्र से ही आपकी सारी ऊर्जा फिर से लौट आएगी और एक उम्मीद फिर आपको आगे की ओर ले चलेगी। आखिर में बस इतना कहूंगा कि दोस्त-दोस्त होता है जो हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ा होता है…

Khabar Logy
Author: Khabar Logy

Himachal Pradesh

Leave a Comment

error: Content is protected !!