शिमला . बरसात ने इस बार पहाड़ी राज्य हिमाचल को भले ही कदम कदम पर जख्म दिए हैं , लेकिन आपदा की इस घड़ी में भी प्रदेशवासियों के हौसले पहाड़ की तरह अडिग नजर आ रहे हैं। इसका कारण शायद यह भी है कि यहां बच्चे जवान बूढ़े नेता अभिनेता सब मिलकर आपदा के इस दौर से प्रदेश को उभारने में लगे हुए हैं। एक आम आदमी से लेकर मुख्यमंत्री तक सबको प्रदेश के उत्थान के लिए अपना योगदान करते हुए सबने देखा ही है. रविवार को इसी मुहिम में दिल को छू लेने वाला वाक्या उस वक्त सामने आया जब शिमला की दो बेटियों ने अपनी गुल्लक मुख्यमंत्री के हवाले करते हुए कहा कि इसमें जो भी पूंजी है कृपया उसे भी आपदा राहत कोष में स्वीकार कर ले ।
शिमला की यह दोनों बेटियां जिया वर्मा और अहाना वर्मा शिमला के लोरेटो कॉन्वेंट तारा हॉल में अध्ययनरत हैं। इन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को आपदा राहत कोष में अपनी गुल्लक दान कर दीं। जिया की गुल्लक में 9806 रुपये और अहाना की गुल्लक में 10229 रुपये निकले हैं। यह दान उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रेरित होकर दिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीते दिनों अपनी, पत्नी और बेटियों की जमा पूंजी के 51 लाख रुपये दान आपदा राहत कोष में दान कर दिए थे। अब उनके खातों में मात्र 17 हजार रुपये बचे हैं। मुख्यमंत्री ने जिया और अहाना की इस पुनीत कार्य के लिए सराहना की है। उन्होंने बेटियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि हमेशा दान करना चाहिए। जिस समाज से हम सब ग्रहण कर करते हैं, उसे देना भी हमारा फर्ज है।
Author: Khabar Logy
Himachal Pradesh