पॉलिटिकल डेस्क. पंजाब पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच एक बार फिर तल्खी बढ़ गई है। शुक्रवार को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सांविधानिक कार्रवाई के तहत राष्ट्रपति शासन लगाने की चेतावनी दी थी और कहा था कि राज्य सरकार राजभवन की ओर से मांगी गई जानकारी नहीं … Read more
सामाजिक संस्था यस , हिमाचल ने आज हमीरपुर में अणु सथेटिक ट्रैक ग्राउंड पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष पर राष्ट्रीय खेल सप्ताह का शुभारंभ किया। मेजर ध्यानचंद मेमोरियल यस हमीर हॉकी 2023 प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि हमीरपुर से ही संबंध रखने वाले हॉकी में द्रोणाचार्य अवार्ड रमेश पठानिया ने भाग लिया। उनके खेल मैदान पहुंचने पर सामाजिक संस्था यस हिमाचल के अध्यक्ष नरेंद्र अत्री, हॉकी प्रतियोगिता के संयोजक सौरभ शर्मा, विनोद कुमार व मौजूद खिलाड़ियों पर वरिष्ठ नागरिकों ने गर्म जोशी से स्वागत किया। मुख्य अतिथि रमेश पठानिया ने कहा कि खेलों को जमीन स्तर पर बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजनों का बहुत महत्व है। उन्होंने सामाजिक संस्था यस हिमाचल के प्रदेश के युवाओं को फिट रखने व नशे से दूर रखने के लिए, विक्रमी संवत 2080 में खेल मुकाबले आयोजित करने के संकल्प की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए देश के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के प्रयासों की सराहना की।
उद्घाटन मैच में अणु ब्लू गर्ल्स ने हमीरपुर जूनियर गर्ल्स 16-0 से, पुरुष वर्ग में हमीर वॉरियर्स ने हमीर हाक्स को 14-1से हराया। प्रतियोगिता में कुल 11 टीम में भाग ले रही है।इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी एवं सेवा निवृत सब इंस्पेक्टर प्रेम मरोड़ी, राष्ट्रीय पदक विजेता एथलीट , सेवानिवृत अधिकारी विजय शर्मा, सेवानिवृत्ति एएसआई राजकुमार, सेवा से सेवानिवृत एथलीट सुरेंद्र सिंह बहल, नरेश राणा ,हॉकी कोच अमिता, पिंकी चौहान, मनोज शर्मा, मुनिश ,नीरज शर्मा, मुन्ना वर्मा राजीव शर्मा आदि मौजूद रहे।
हिमाचल में इस बार बरसात के मौसम में हुई भारी बारिश ने जो तबाही मचाई है उसके कारण अब तक जहां 350 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं वही हजारों लोग बेघर हो चुके हैं । भले ही यह प्राकृतिक आपदा है लेकिन कहीं ना कहीं इस , जान माल के नुकसान के लिए इंसानी भूल को भी दोषी माना जा रहा है । दरअसल बारिश के कारण पूरे प्रदेश में ध्वस्त हो रही बड़ी-बड़ी इमारतों के बाद जो सर्वे किया गया है उसमें सामने आया है कि पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में बने भवन नियमों को तक पर रखकर बनाए गए हैं अब अब सरकार ऐसे लोगों पर कार्यवाही की तैयारी में है. जानकारी के मुताबिक अवैध निर्माण करने वाले भवन मालिकों पर कार्रवाई होगी। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की ओर से अवैध निर्माण करने वाले भवन मालिकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। अवैध निर्माण न हटाया तो बिजली और पानी के कनेक्शन भी काटे जा सकते हैं।
प्राकृतिक आपदा के चलते सैकड़ों भवन ढह गए हैं। इससे सबक लेते हुए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने सख्ती की है। जिन लोगों के पूरे नियमों के अनुसार नक्शे पास हैं, उनको भवन निर्माण की अनुमति दी जाएगी। बता दें कि पूरे प्रदेश में करीब 20,000 ऐसे लोग हैं जिन्होंने नियमों के तहत निर्माण नहीं किया है। प्रदेश सरकार का मानना है कि लोग बिना नक्शे के भवनों का निर्माण कर रहे हैं। इसमें न तो इंजीनियरों की सलाह ली जा रही है और न ही अच्छी निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में भवनों के गिरने की संभावना रहती है। नियमों के तहत भी मंजिलों का निर्माण नहीं किया जा रहा है। विभाग के पास हर रोज दर्जनों शिकायतें आ रही हैं। विभाग की ओर से भवन मालिकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने नगर निगम और नगर परिषद को भी निर्देश दिए हैं कि वह अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएं। बारिश के पानी की निकासी भी सही तरीके से होनी चाहिए। लोगों के घरों की छतों का पानी दूसरे मकानों व नींव पर गिर रहा है। इससे मकान को खतरा होने की आशंका रहती है। प्रधान सचिव टीसीपी देवेश कुमार ने कहा कि अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। वहीं टीसीपी निदेशक केके सरोज ने बताया कि नक्शा पास होने के बाद ही भवनों का निर्माण किया जाता है। अवैध निर्माण करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
Sports Desk इस बार यदि आप क्रिकेट के मैच देखने के लिए स्टेडियम में जा रहे हैं तो इस खबर को जरूर पढ़ लें . दरअसल ICC वनडे क्रिकेट विश्वकप का मैच देखने के लिए इस बार माता-पिता को अपने साथ दो साल के बच्चे का भी टिकट लेना पड़ेगा। बिना टिकट दो साल और … Read more
अंग्रेजी में एक कहावत है every dog has a day. इस कहावत का अर्थ विभिन्न संदर्भ में अलग-अलग तरीके से लिया जाता है लेकिन आज इस कहावत का अर्थ हम कुछ यूं लेते हैं कि सचमुच हर कुत्ते का एक दिन होता है। जैसे विश्व भर में फादर डे मदर डे भाई दे सिस्टर डे इत्यादि मनाने का चलन है इस तरह कुत्तों को समर्पित International Dog Day ,भी मनाया जाता है.
कुत्ते को वफादार प्राणी कहा जाता है शायद यही वजह है कि लोग घरों में कुत्ते पालना पसंद करते हैं। कुत्ते को वफादार प्राणी उनके प्राकृतिक गुण के कारण ही कहा जाता है उनका प्राकृतिक गुण है वफादारी जिस प्राणी के घर पर वह रहते हैं या फिर जिनके घर का वह भोजन खाते हैं या फिर जिसे वह अपना स्वामी मान लेते हैं वह उनकी रक्षा अपनी अंतिम सांस तक करते हैं इस कारण उसे वफादार प्राणी कहा जाता है
कुत्ता या श्वान भेड़िया कल की एक प्रजाति है। यह मनुष्य के पालतू पशुओं में से एक महत्त्वपूर्ण प्राणी है। इनके द्वारा तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाली एक भयंकर रोग रेबीज होती है। इसका औसत जीवनकाल लगभग 12 से 13 वर्ष तक का होता है। यह जीव जंगल तथा मानव समाज के बीच रहता है यह सर्वाहारी जीव है। सब लोग कुत्ते के बारे में बहुत कुछ जानते होंगे । आज 26 अगस्त को International Dog Day के अवसर पर हम आपको कुत्ते से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं।
International Dog Day मनाने की शुरुआत
International Dog Day 26 अगस्त 2004 से मनाया जा रहा है, जब एक पालतू पशु प्रेमी कोलीन पेगे ने कुत्ते आश्रयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के तरीके के रूप में इस दिन को मनाया। तब से कई देशों में अंतर्राष्ट्रीय कुत्ता दिवस उन सभी पालतू जानवरों के प्रेमियों के लिए एक वैश्विक उत्सव बन गया है जो अपने पालतू जानवरों का सम्मान करने और मनुष्यों के सबसे अच्छे दोस्तों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लेते हैं। पेगे राष्ट्रीय बिल्ली दिवस और राष्ट्रीय पालतू दिवस के संस्थापक भी हैं।
International Dog Day 2023 का महत्व
यह दिवस उन सैकड़ों कुत्तों की स्थितियों को उजागर करने के लिए मनाया जाता है जिन्हें उचित देखभाल से वंचित होने के कारण बचाया जाने की आवश्यकता है। अंतर्राष्ट्रीय कुत्ता दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को इन जरूरतमंद जानवरों की देखभाल के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस दिन लोगों को आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और उनसे होने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता भी बढ़ाई जाती है। इसके अतिरिक्त, यह दिन लोगों को यह संदेश देता है कि वे सभी कुत्तों के लिए एक सुरक्षित, प्रेमपूर्ण और देखभाल वाला वातावरण प्रदान करें।
इस दिन का उद्देश्य कुत्तों के जीवन के बारे में जागरूकता फैलाना और इसे प्रोत्साहित करने के लिए पालतू पशु प्रेमियों के बीच प्रसार करने के लिए एक थीम निर्धारित की गई है।
यदि आप एक पशु प्रेमी हैं और एक प्यारे दोस्त को गोद लेना चाहते हैं, तो आपको ऐसा महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले कुछ मुख्य बिंदुओं को समझने की आवश्यकता है।
International Dog Day
कुत्ते को पालने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखें :
• सुनिश्चित करें कि आप कुत्ता पालने के वित्तीय खर्चों को संभालने में सक्षम होंगे।
• पालतू जानवर के साथ अपना समय लें, क्योंकि गोद लेने के बाद वे परिवार का हिस्सा बन जाएंगे।
• अब आखिरी मिनट में सप्ताहांत में बाहर जाने की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि आपके पास देखभाल के लिए एक पालतू जानवर होगा। अन्यथा, आपको योजना बनानी होगी और अपने आस-पास एक कुत्ते को बैठाने वाला या कुत्ता रखने वाला ढूंढ़ना होगा।
• कुत्तों को बाहर और पिछवाड़े में जाने की ज़रूरत है, इसलिए आपको उनके स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए हर दिन अपने पालतू जानवर की सैर का ध्यान रखना होगा।
• जब आप एक कुत्ता पालेंगे तो आपको अपने घर में हर जगह कुत्ते के बालों का सामना करना पड़ेगा। अगर आप साफ-सफाई के शौकीन हैं तो आपको यह बात परेशान कर सकती है।