पति से कहासुनी के बाद पानी के गहरे टैंक में कूद गई महिला, डूबने से मौत

क्राइम रिपोर्ट. हमीरपुर
Himachal Pradesh के जिला हमीरपुर के तहत आने वाली ग्राम पंचायत बजुरी के भटेड खुर्द में एक महिला ने पति के साथ कहा सुनी के बाद पानी के गहरे टैंक में छलांग लगा दी। गहरे पानी में डूब कर महिला की मौत हो गई है। महिला द्वारा , छलांग लगाए जाने के बाद पति ने इसे बचाने के प्रयास भी किया लेकिन सफल नहीं हो पाया। रस्सी के सहारे पति टैंक में उतरा लेकिन महिला गहरे पानी में समा गई थी। बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई तथा पुलिस ने दमकल विभाग की टीम की मदद ली। दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत कर रस्सी से बांधकर शव को पानी से बाहर निकाला।  पुलिस ने सबको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
  जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बदायूं क्षेत्र की महिला अपने परिवार के साथ भटेड़ खुर्द में रहती थी। बुधवार के दिन महिला की अपने पति के साथ ही किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई की महिला ने यहां बनाए गए एक गहरे पानी के टैंक में छलांग लगा दी। महिला द्वारा पानी के टैंक में छलांग लगाने का पता चलते ही उसके पति ने रस्सी का सहारा लेकर टैंक में उतरकर महिला को बचाने का प्रयास किया हालांकि वह प्रयास में सफल नहीं हो पाया क्योंकि महिला गहरे पानी में समा गई थी। बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई तथा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। महिला गहरे पानी के टैंक में थी ऐसे में इसे बाहर निकल पाना संभव नहीं था इसके चलते पुलिस की टीम ने दमकल विभाग की मदद ली। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मचारियों ने टैंक में उतरकर शव को रस्सी से बांधकर बाहर निकाल।
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर डॉक्टर आकृति शर्मा ने बताया कि महिला की पानी में डूब कर मौत हुई है तथा मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।

चंदा रे ओ मेरे भैया से कहना बहना याद करे…भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है रक्षाबंधन

फीचर . डेस्क
रक्षाबन्धन प्रेम और आत्मियता का ऐसा बंधन जो तोड़े न टूटे और छोड़े न छूटे। भाई-बहन के स्नेह का यह पर्व भारतीय धर्म संस्कृति के अनुसार श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बांधता है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है, जिसे राखी कहते हैं। यह एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं। रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चांदी जैसी मंहगी वस्तु तक की हो सकती है लेकिन इसके पीछे मकसद एक ही है कि भाई-बहन हमेशा एक दूसरे के सुख-दुख के साथ रहेंगे। रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है। रक्षाबंधन के दिन बहने भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है। राखी सामान्यत: बहनें भाई को ही बांधती हैं परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा सम्मानित सम्बंधियों (जैसे पुत्री द्वारा पिता को) भी बांधी जाती है।

पौराणिक इतिहास : कहते हैं कि यमुना ने यम की कलाई पर एक धागा बांधा था और उन्होंने उसे मृत्यु से बचाने का वायदा किया था। ऐसा कहा जाता है कि यहीं से भाई की कलाई पर राखी बांधने की प्रथा शुरू हुई।

हर जगह रक्षाबंधन का अपना-अपना महत्व

उत्तरांचल में इसे श्रावणी कहते हैं। इस दिन यजुर्वेदी द्विजों का उपकर्म होता है। उत्सर्जन, स्नान-विधि, ॠषि-तर्पणादि करके नवीन यज्ञोपवीत धारण किया जाता है। ब्राह्मणों का यह सर्वोपरि त्यौहार माना जाता है। वृत्तिवान् ब्राह्मण अपने यजमानों को यज्ञोपवीत तथा राखी देकर दक्षिणा लेते हैं।

अमरनाथ की अतिविख्यात धार्मिक यात्रा गुरु पूर्णिमा से प्रारम्भ होकर रक्षाबन्धन के दिन सम्पूर्ण होती है। कहते हैं इसी दिन यहाँ का हिमानी शिवलिंग भी अपने पूर्ण आकार को प्राप्त होता है। इस उपलक्ष्य में इस दिन अमरनाथ गुफा में प्रत्येक वर्ष मेले का आयोजन भी होता है।

महाराष्ट्र राज्य में यह त्योहार नारियल पूर्णिमा या श्रावणी के नाम से विख्यात है। इस दिन लोग नदी या समुद्र के तट पर जाकर अपने जनेऊ बदलते हैं और समुद्र की पूजा करते हैं। इस अवसर पर समुद्र के स्वामी वरुण देवता को प्रसन्न करने के लिये नारियल अर्पित करने की परम्परा भी है।

राजस्थान में रामराखी और चूड़ाराखी या लूंबा बांधने का रिवाज़ है। रामराखी सामान्य राखी से भिन्न होती है। इसमें लाल डोरे पर एक पीले छींटों वाला फुँदना लगा होता है। यह केवल भगवान को ही बांधी जाती है। चूड़ा राखी भाभियों की चूडिय़ों में बांधी जाती है। जोधपुर में राखी के दिन केवल राखी ही नहीं बाँधी जाती, बल्कि दोपहर में पद्मसर और मिनकानाडी पर गोबर , मिट्टी  और भस्म से स्नान कर शरीर को शुद्ध किया जाता है।

तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और उड़ीसा के दक्षिण भारतीय ब्राह्मण इस पर्व को अवनि अवित्तम कहते हैं। यज्ञोपवीतधारी ब्राह्मणों के लिये यह दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इस दिन नदी या समुद्र के तट पर स्नान करने के बाद ऋषियों का तर्पण कर नया यज्ञोपवीत धारण किया जाता है। गये वर्ष के पुराने पापों को पुराने यज्ञोपवीत की भाँति त्याग देने और स्वच्छ नवीन यज्ञोपवीत की भाँति नया जीवन प्रारम्भ करने की प्रतिज्ञा ली जाती है। इस दिन यजुर्वेदीय ब्राह्मण 6 महीनों के लिये वेद का अध्ययन प्रारम्भ करते हैं।

उत्तर प्रदेश श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है। रक्षा बंधन के अवसर पर बहिन अपना सम्पूर्ण प्यार रक्षा (राखी ) के रूप में अपने भाई की कलाई पर बांध कर उड़ेल देती है। भाई इस अवसर पर कुछ उपहार देकर भविष्य में संकट के समय सहायता देने का वचन देता है।

दयाल स्वीट्स ने रक्षाबंधन में घोल दी अपनेपन और खुशियों की मिठास

खबरlogy. हमीरपुर

बेहतरीन सर्विस व उम्दा स्वाद के साथ जनता की सेहत पर खरे उतरे दयाल स्वीट्स  हमीरपुर में मिठाइयों की खरीद के लिए रक्षाबंधन के उपलक्ष्य पर ग्राहकों का मेला लगा हुआ है। 10 जुलाई 2022 को हमीरपुर गांधी चौक में अपनी ब्रांच स्थापित करने वाले दयाल स्वीट्स ने यह साबित कर दिखाया है कि न केवल ट्रस्ट, ट्रेडिशन व टेस्ट में उनकी मास्टरी है बल्कि जनता की सेहत को ध्यान में रखते हुए लज़ीज जायके ने हमीरपुर की जनता को दयाल स्वीट्स का दिवाना बनाया है। रक्षाबंधन के त्यौहार के अवसर पर मिठाईयों की खरीददारी के लिए खचाखच भरी उनकी हमीरपुर ब्रांच ने उनकी बेहतरीन सर्विस को भी साबित किया है। रक्षाबंधन से दो दिन पूर्व खरीददारी का आलम यह रहा कि हमीरपुर गांधी चौक स्थित आउटलेट का रेस्टोरेंट उन्हें मजबूरन बंद करना पड़ा ताकि रक्षाबंधन की खरीददारी के प्रेशर पर वे खरे उतर पाएं।

वर्ष1962 में ऊना बस स्टैंड पर एक छोटे से टी-स्टॉल से अपना कारोबार शुरू करने वाले दयाल स्वीट्स आज ग्राहकों की विश्वसनीयता का सबसे बड़ा भरोसा बन चुके हैं। 1962 में लाला हरदयाल ने एक छोटा सा टी-स्टॉल खोला जो कि अब मिठाईयों के साथ लजीज व्यंजनों का हब साबित हो रहा है। टी-स्टॉल से मिठाईयों के कारोबार में 61 वर्ष के अनुभव ने दयाल स्वीट्स का कारोबारी अम्पायर जिला ऊना से हमीरपुर तक फैला हुआ है। ब्याह-शादियों की मिठाई में होम डिलीवरी की सर्विस उन्हें दूसरे कारोबारियों से अलग अंदाज में स्थापित कर रही है। वर्तमान में अश्वनी कुमार के निर्देशन में ऊना-नंगल हाईवे पर होटल, बैंक्वेट, के साथ-साथ ऊना पुराने बस अड्डे के सामने मिठाईयों का बड़े आउटलेट के साथ हमीरपुर गांधी चौक में दयाल स्वीट्स आउटलेट उनके कारोबार का विस्तार साबित हुए हैं। वर्तमान में अश्वनी कुमार के बड़े बेटे साहिल व छोटे बेटे शिवेन इस कारोबार के पिल्लर साबित हो रहे हैं। हमीरपुर ब्रांच के मैनेजर सोनु राजपूत की मानें तो पब्लिक की लगातार आ रही मांग को देखते हुए समूचे हिमाचल में दयाल स्वीट्स अपने आउटलेट स्थापित करेगा। जिस पर दयाल स्वीट्स के मुख्य कार्यालय के एमडी साहिल के निर्देशन में काम चला हुआ है और शीघ्र ही इस योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा।

प्रियंका गांधी हिमाचल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हाल जानने आएंगी

स्टेट ब्यूरो . शिमला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव व वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी संभवत दस सितंबर से पहले हिमाचल प्रदेश के प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी। वह आपदा पीड़ितों से मुलाकात कर उनका दुख-दर्द सांझा करेंगी। प्रियंका गांधी पहले भी तीन बार हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी के दौरान आने की … Read more

Chandryan-3 : चांद के दक्षिणी ध्रुव पर रोवर को मिली ऑक्सीजन

एजेंसी. बंगलुरु भारत के चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के जरिए एक और बड़ी सफलता मिली है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि रोवर पर लगे पेलोड के माध्यम से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऑक्सीजन मौजूद होने की पुष्टि हुई है। प्रज्ञान रोवर में लगे ‘लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्प्रेक्ट्रोस्कोप’ डिवाइस ने … Read more

वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री अनीता वर्मा ने सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कटौती को चुनावी स्टंट बताया

पॉलिटिकल डेस्क . हमीरपुर मोदी सरकार द्वारा हाल ही में त्योहारी सीजन के दौरान रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में मात्र 200 रुपये की कटौती के जवाब में, कांग्रेस पार्टी ने तीखी आलोचना शुरू की है। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव और पीसीसी उपाध्यक्ष अनीता वर्मा ने इसे कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और … Read more

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