हमीरपुर. हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ (एचजीटीयू) के राज्य स्तरीय चुनाव रविवार को हमीरपुर स्थित टाउन हाल में संपन्न हुए। इन चुनावों में वीरेंद्र चौहान को चौथी बार प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। चुनाव में प्रदेशभर के 12 जिलों से लगभग 800 से अधिक अध्यापकों ने भाग लिया। इन चुनावों में सभी पदों के लिए सर्वसहमति से संघ पदाधिकारी चुने गए । संघ में महासचिव पद के लिए जिला मंडी से तिलक नायक तथा कुल्लू से सुनील शर्मा दूसरी बार वित्त सचिव चुने गए। प्रदेश की बाकी कार्यकारिणी का गठन जल्द ही किया जाएगा। यह चुनाव मुख्य चुनाव आयुक्त अरुण गुलरिया, सरोज मेहता व कुलदीप अत्री की देखरेख में संपन्न हुए। इस चुनाव में प्रदेश के 12 जिलों के प्रधान तथा 140 खंडों के खंड प्रधान उपस्थित रहे।
चुनाव में एचजीटीयू के संस्थापक हरीश गुलेरी मुख्य रूप से उपस्थित रहे जो इस चुनाव के केंद्र बने रहे। एचजीटीयू जिला प्रधान राजेश गौतम ने विभिन्न जिलों से आए सभी अध्यापकों वह पदाधिकारी का अभिनंदन और धन्यवाद किया। रविवार सुबह शुरू हुआ चुनावों का कार्यक्रम देर सायं सात बजे तक चला। हमीरपुर के अलावा किन्नौर, पांगी, लाहौल स्पिति और सिरमौर सहित दूरदराज समेत तमाम 12 जिलों से शिक्षक चुनाव में भाग लेने के लिए हमीरपुर पहुंचे थे। गौरतलब है कि आज प्रदेशभर के प्राथमिक स्कूलों से लेकर एडिशनल डायरेक्टर तक करीब 80 हजार शिक्षक हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के सदस्य हैं। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सरकारी स्कूलों में कम होती छात्रों की संख्या पर भी मंथन किया गया। इसमें सामने आया कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी इसकी एक वजह है जिसे दूर करने के लिए जल्द ही सरकार से बात की जाएगी। सभी शिक्षकों ने एकमत से कहा कि शिक्षक संघ आपदा की घड़ी में सरकार के साथ है और आगे भी रहेगा।
मेरा हर लम्हा शिक्षकों के उत्थान के लिए : चौहान
मीडिया से बातचीत के दौरान अध्यक्ष विरेंद्र चौहान ने कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि शिक्षक वर्ग ने चौथी बार मुझपर भरोसा जताया है। पहले की भांति मेरा हर लम्हा शिक्षकों के उत्थान के लिए रहेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री का ओपीएस बहाली के लिए धन्यवाद किया साथ ही कहा कि शिक्षामंत्री विभाग में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। इस मौके पर अध्यक्ष विरेंद्र चौहान ने कहा कि कुछ तथाकथित खुद को शिक्षक नेता मान बैठे हैं और भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे स्वयंभू के खिलाफ विभिन्न मामले पुलिस में चल रहे हैं और आगे भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी।
1954 में रखी गई थी शिक्षक संघ की नींव
शिक्षक संगठन के संस्थापक और 25 साल तक अध्यक्ष रहे हरीश गुलेरी ने बताया कि अध्यापकों के उत्पीडऩ को रोकने के लिए वर्ष 1954 में जिला बिलासपुर के सांडू मैदान से संघ का गठन हुआ था। उसके करीब दा़े वर्ष बाद वर्ष 1956 में शिक्षक संघ का संविधान बनाया गया। 14 अक्तूबर 1957 में शिक्षक संघ का पंजीकरण ट्रेड यूनियन और सोसाइटी एक्ट में किया गया।