हमीरपुर. 11 वार्डों वाली नगर परिषद हमीरपुर में दो दिन पहले चार मनोनीत पार्षदों ने शपथ ली। इन पार्षदों में एक नाम डा. हर्ष कालिया का है। डा. कालिया का जिक्र हम इसलिए यहां कर रहे हैं कि एक तो वे वेल एजुकेटिड हैं दूसरा वे फ्रिडम फाइटर फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। बता दें कि डा. कालिया स्वतंत्रता सेनानी कामरेड अमीचंद के पोते हैं। वहीं कामरेड अमीचंद जिन्होंने अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ मोर्चा खोला और सात साल लाहौल जेल में अपने जीवन के बिताए। जब देश आजाद हुआ तो वर्ष 1967 से 1972 तक वे विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे। कामरेड अमींचद के बाद उनके परिवार से किसी ने राजनीति में कदम नहीं रखा। लेकिन तीसरी पीढ़ी में उनके पोते डा. हर्ष कालिया को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ने मनोनीत पार्षद नियुक्त किया।
डॉ. कालिया का युवाओं के बीच गहरा प्रभाव है। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने दो बार एचएएस (मेन्स) परीक्षा उत्तीर्ण की है। सही नहीं उन्होंने हिमाचल एलाइड सर्विसेज की नौकरी छोड़कर हमीरपुर में डेंटल क्लिनिक में निजी प्रैक्टिस शुरू की। कांग्रेस परिवार और स्वतंत्रता सेनानियों से गहराई से जुड़े वंश से आने वाले डॉ. हर्ष कालिया की नियुक्ति इस बात का प्रमाण है कि सुक्खू सरकार प्रदेश के पढ़े-लिखे युवाओं को अधिमान दे रही है। डा. कालिया के पिता पुरूषोत्तम कालिया सेवानिवृत्त प्रिंसिपल और राज्य के स्वतंत्रता सेनानी संघ के वर्तमान अध्यक्ष हैं।
डॉ. कालिया ने अपनी नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू और अन्य सभी कांग्रेस नेताओं का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री ने व्यवस्था परिवर्तन की बात कही है उसे साकार करने में जितना हो सकेगा वे अपनी भूमिका निभाएंगे।