मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह IGMC शिमला से दिल्ली AIIMS के लिए रेफर, शुक्रवार सुबह हुए रवाना

शिमला. पेट में हुए इंफेक्शन के चलते IGMC में उपचारधीन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को शुक्रवार सुबह यहां से दिल्ली स्थित एम्स के लिए रेफर कर दिया गया. हालांकि उनकी सेहत सामान्य बताई जा रही है लेकिन कुछ जरूरी टेस्ट इत्यादि के लिए उन्हें एम्स रेफर करना पड़ा है . बता दें … Read more

IGMC में चिकित्सकों की 6 सदस्यीय कमेटी की निगरानी में अंडर ऑब्जर्वेशन रहेंगे CM सुखविंदर सिंह

शिमला. पेट में हुए इंफेक्शन के चलते हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मौजूदा वक्त में राजधानी शिमला स्थित आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती हैं. IGMC प्रशासन और सरकार की ओर से पेट में इंफेक्शन के चलते मुख्यमंत्री को भर्ती किए जाने की बात कही गई थी. अब मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर नया अपडेट यह है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार आईएमसी में अंडर ऑब्जर्वेशन है और इसको लेकर अब विभिन्न क्षेत्र डॉक्टर के साथ मिलकर 6 सदस्यों की एक कमेटी भी बनाई गई है, जिसकी निगरानी में मुख्यमंत्री का उपचार जारी रहेगा.

आईजीएमसी अस्पताल प्रशासन के मुताबिक परिस्थितियों की संवेदनशीलता के मध्य नजर अस्पताल प्रशासन ने मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य देखभाल के लिये गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग अध्यक्ष डॉक्टर बृज शर्मा की निगरानी में 6 सदस्य कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में मुख्यतः विभाग अध्यक्ष मेडिसिन (डॉक्टर बलबीर), हृदय रोग (डॉक्टर पीसी नेगी) सर्जरी (डॉक्टर यू0के0 चंदेल) यूरोलॉजी (डॉक्टर पम्पोश रैना) तथा रेडियोलॉजी के विभाग अध्यक्ष (डॉक्टर अनुपम झोबटा ) सम्मिलित है आज मुख्यमंत्री जी का पुनः अल्ट्रासाउंड किया गया तथा अन्य टेस्ट सामान्य पाए गए। मुख्यमंत्री जी की वस्तुस्थिति संतोषजनक तथा स्वास्थ्य सामान्य बना हुआ है 6 सदस्य कमेटी मुख्यमंत्री जी की स्वास्थ्य देखभाल पर निरंतर निगरानी बनाये हुए हैं.

आधी रात को बिगड़ी मुख्यमंत्री की तबीयत

 बता दें कि बुधवार देर रात हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तबीयत अचानक बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है. जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पेट में इंफेक्शन होने के चलते उन्हें सुबह 3 बजे अस्पताल लाया गया है.मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का अल्ट्रासाउंड करवाया गया है. अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट नॉर्मल है और उनकी हालत भी पूरी तरह स्थिर है. डॉक्टर्स ने मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य की जांच की है और सभी रिपोर्ट नार्मल पाई गई हैं. वे अभी इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में ही भर्ती हैं. उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. 

स्वास्थ्य महकमे के पास आशा वर्कर का वेतन देने के लिए बजट नहीं , 602 आशा वर्कर को सितम्बर की नहीं मिली पगार

सोलन. गांव-गांव और घर-घर जाकर महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं प्रदान करने वाली और कोराना काल में बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने वाली आशा वर्कर को अब वेतन के लाले पड़ गए है। स्वास्थ्य विभाग के पास इनके वेतन के लिए बजट हीं नहीं है। यही कारण है कि जिला सोलन में 602 आशा वर्कर को … Read more

अनुराग ठाकुर के 49वें जन्म दिवस पर 49 खेल मुकाबले, यस संस्था के खेल सप्ताह में 490 युवाओं की सहभागिता

हमीरपुर. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा विभिन्न कार्यों के साथ-साथ देश- प्रदेश में खेलों के उत्थान के क्षेत्र में किया गया कार्य सराहनीय है। प्रदेश में क्रिकेट विश्व कप आयोजित होना, अनुराग ठाकुर की दूरदर्शिता, संघर्षशीलता, अद्भुत नेतृत्व क्षमता का ही प्रमाण है। यह बात प्रदेश भाजपा सचिव व सामाजिक संस्था यस, हिमाचल अध्यक्ष नरेंद्र अत्री ने यस हिमाचल द्वारा केंद्रीय मंत्री के 49वें जन्म दिवस पर आयोजित खेल सप्ताह में विभिन्न खेल केंद्रों में हुए 49 खेल मुकाबले के दौरान कहीं। उन्होंने कहा विभिन्न खेल केंद्रों में हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स व जूडो आदि के इंटरनल खेल मुकाबले आयोजित किए जा रहे, जिसमें कुल लगभग 490 से अधिक युवा भाग ले रहे हैं। उद्देश्य यही है कि युवा अधिक से अधिक खेलों में भाग लेकर शारीरिक व मानसिक तौर पर मजबूत बनें। हॉकी मुकाबले में टीम नियॉन ने टीम ऑरेंज को 3-2 से हराया, जूडो में पुरुषों के 60 किलो वर्ग में अरिंजय शर्मा प्रथम, साहिल द्वितीय, आशीष व शुभम तृतीय स्थान पर रहे। 66 किलो भार वर्ग में शीशपाल प्रथम, साहिल पोसवाल द्वितीय, विशाल तृतीय स्थान पर रहे। 81 किलो वर्ग में आयुष प्रथम, वंश द्वितीय, अक्षय तृतीय स्थान पर रहे।

महिला वर्ग में 70 किलो भार वर्ग में दीक्षा प्रथम, आंचल द्वितीय, प्रियंका व रक्षिता तृतीय स्थान पर रहे। 57 किलो भार वर्ग में शिल्पा शर्मा प्रथम, अर्पिता शर्मा द्वितीय, अदिति तृतीय स्थान पर रहे। एथलेटिक्स अंडर 14, 100मी लडक़ों के वर्ग में अर्णव, प्रंकुल प्रथम, शिवम दूसरे, साहिल तीसरे स्थान पर रहे। लड़कियों के अंडर-12 वर्ग 80 मी में शबनम, मनीता प्रथम, तन्वी द्वितीय व काजल तीसरे स्थान पर रहे। लडक़ों के अंडर- 12 आयु वर्ग 80 मीटर में सोनू पहले पर प्रणव दूसरे पर व अजय तीसरे स्थान पर रहे। लडक़ों के अंडर-10 आयु वर्ग में 50 मीटर में सार्थक पहले, आरब दूसरे व रितिक तीसरे स्थान पर रहे। सामाजिक संस्था यस हिमाचल के प्रतिनिधि संजय ने बताया की संस्था ने युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए  समय-समय पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।

हरी भरी होगी हिमाचल के 25 हजार किसानों की बंजर भूमि, सरकार उपलब्ध करवा रही सिंचाई सुविधा

हमीरपुर . हिमाचल प्रदेश के 25 हजार किसानों को जाइका प्रोजेक्ट व प्रदेश सरकार के माध्यम से सिंचाई सुविधा से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए हिमाचल के 296 गांवों को चयनित किया गया है। चयनित किए गए 296 में से 200 गांवों में बनने वाली सिंचाई योजनाओं की डीपीआई तैयार हो चुकी है तथा … Read more

नशे ने निगल लिया NIT हमीरपुर का m.tech का छात्र, संस्थान के दो छात्रों समेत चार आरोपी गिरफ्तार

हमीरपुर. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर के एक छात्र की सोमवार अल सुबह मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में छात्र की मौत का कारण नशे की ओवरडोज को माना गया है। पुलिस ने छात्र की मौत के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें बीटेक के दो छात्र भी शामिल हैं। इन चारों … Read more

Ex CM जयराम ठाकुर को उनके ही घर में खरी-खोटी सुना गए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह

मंडी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा में राजनीति करने पर भाजपा को जमकर कोसा। वह सोमवार को मंडी के पड्डल मैदान में प्राकृतिक आपदा प्रभावितों को राहत राशि वितरित करने पहुंचे थे। उन्होंने जिले में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके मकानों के मालिकों को 3-3 लाख रुपये की पहली किस्त जारी की।मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर डरते हैं। उनमें इतनी भी हिम्मत नहीं है कि भाजपा विधायक दल को साथ लेकर प्रधानमंत्री के पास जाएं और विशेष राहत पैकेज की मांग करें। वह जा ही नहीं पाए, हम गए और हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के साथ ही विशेष राहत पैकेज एक नहीं दो बार मांगा। जयराम ठाकुर में अब भी थोड़ी शर्म हैं तो विधायकों को साथ लेकर जाएं और प्रधानमंत्री से राहत पैकेज मांगें।

ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि हिमाचल में आपदा से 12000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उसमें से 10000 करोड़ रुपये प्रदेश का क्लेम बनता है, केंद्र सरकार वह भी नहीं दे पा रही। विशेष राहत पैकेज मिलने से अगर एक किलोमीटर सड़क बनने पर 50 लाख रुपये खर्च होते हैं तो उतने ही मिलेंगे। क्लेम में तो एक लाख 36 हजार रुपये ही मिलने हैं। इसलिए हिमाचल सरकार केंद्र से बार-बार विशेष राहत पैकेज मांग रही है ताकि पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हो सकें।
प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार तो इतनी निक्कमी थी कि स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड की 315 करोड़ रुपये की क़िस्त भी केंद्र से नहीं ले पाई। महालेखाकार के छोटे-मोटे ऑब्जेक्शन को भी पूर्व सरकार नहीं हटवा पाई, हमने उनकी आपत्तियों को दूर किया। अब हमें 190 करोड़ रुपये उसमें से मिल चुके हैं। बाकि राशि भी जल्दी मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री केंद्र से मिली आपदा राहत राशि पर प्रदेश सरकार को एफिडेविट देने की बात कह रहे हैं। जयराम ठाकुर कहते हैं कि राहत राशि के लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद करो। मैं कहता हूं कि जिस दिन केंद्र सरकार से आपदा राहत राशि मिलेगी, धन्यवाद करने स्वयं दिल्ली जाऊंगा।
हिमाचल में आई आपदा में विपक्ष सरकार के साथ खड़ा नहीं हुआ। राज्य की जनता साथ खड़ी हुई। भाजपा ने तो आपदा में राजनीति की, अब राहत राशि के नाम पर भी राजनीति कर रही है। भाजपा ने जनता के साथ विपदा में खड़ा होने का दायित्व नहीं निभाया।

विधायक अपनी जेब से पैसे निकालकर खरीद देते टैंट

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के मंडी जिले के एक विधायक टैंट खरीदने को लेकर अधिकारियों को धमकाते रहे। वह अपनी जेब से पैसे निकालकर लोगों के लिए टैंट खरीद देते। उन्होंने यह नहीं किया, बल्कि बीमार अधिकारी पर रौब झाड़ते रहे।

जयराम बताएं मंडी के लिए कौन सा अच्छा काम किया

ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर बताएं, उन्होंने मुख्यमंत्री बनकर मंडी के लिए एक भी अच्छा काम किया है। वह नहीं बता सकते, क्योंकि उन्होंने सिराज में ही रेस्ट हाउस के नाम पर बिल्डिंग्स बनाई, जो आज खाली पड़ी हैं। मंडी शहर में विकास किया होता और भवन बनाए होते तो वह आज आपदा प्रभावितों के रहने के काम आते। मुख्यमंत्री किसी क्षेत्र का नहीं, पूरे प्रदेश का होता है।

NIT हमीरपुर के छात्र की संदिग्ध मौत, M.Tech प्रथम वर्ष का छात्र था बिलासपुर का सुजान शर्मा

हमीरपुर . राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (NIT) हमीरपुर के एक छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। सोमवार सुबह सूचना मिलते ही जिला पुलिस के अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई थी। छात्र की पहचान बिलासपुर जिला के 22 वर्षीय सुजान शर्मा के रूप में हुई है जोकि … Read more

IND/NZ : भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया, World Cup में भारत की लगातार पांचवीं जीत

धर्मशाला . अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में रविवार को खेले गए One Day world Cup मुकाबले में भारत ने लगातार 5वीं जीत हासिल की।  टीम India ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराया। भारत ने इस टूर्नामेंट में कीवियों पर 20 साल बाद जीत हासिल की है। इससे पहले, 2003 में सेंचुरियन के मैदान पर … Read more

मरणोपरांत भी कई जिस्मों में जिंदा रहेंगे सिपाही ठाकुर मेहर सिंह, पूर्व सैनिक करेंगे अपनी देहदान

हमीरपुर  . देश की सरहदों पर मां भारती की रक्षा करने वाले जिला हमीरपुर के डुग्घाकलां के सेवानिवृत्त ठाकुर मेहर सिंह  मरणोपरांत कई जिस्मों में जिंदा रहेंगे। मानवता को सर्वोपरि मानने वाले ठाकुर मेहर सिंह ने अंगदान करने का फैसला लिया है जिसकी उन्हें नोटो (नेशनल आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइनज) से मंजूरी भी मिल गई है। मंजूरी मिलने के बाद उन्होंने अपने परिजनों तथा चुनिंदा विश्वासपात्रों को इस बात की जानकारी दे दी है ताकि जीवन समाप्त होने के तुरंत बाद नोटो को सूचित किया जा सके। इसके लिए नोटो ने जारी किए गए सर्टिफिकेट में तथा आईडी कार्ड में अपना हेल्पलाइन नंबर भी शामिल किया है। बरोहा पंचायत के डुग्घाकलां निवासी 80 वर्षीय ठाकुर मेहर सिंह ने देहदान कर एक अनूठी मिशाल कायम की है। नोटो की तरफ से मिला आईडी कार्ड डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फेमिली वेल्फेयर, जीओआई की तरफ से प्रमाणित है।

15 साल तक आर्मी में दी सेवाएं

कलां के सेवानिवृत्त सिपाही ठाकुर मेहर सिंह ने आर्मी के सिग्नल कोर विंग में 15 साल तक सेवाएं प्रदान की हैं। वर्ष 1943 को किसान नरपत राम के घर डुग्घाकलां में पैदा हुए मेहर सिंह 1963 में सेना में भर्ती हुए थे। भर्ती होने के दो साल बाद उन्होंने भारत पाकिस्तान युद्ध में अपनी सेवाएं प्रदान कीं। उसके उपरांत भारत-पाकिस्तान की वर्ष 1971 की लड़ाई में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है। वर्ष 1971 में ही उनके पिता का निधन हो गया लेकिन लद्दाख में कनेक्टिविटी न होने के चलते कई महीनों तक इस बात का पता नहीं चल पाया कि उनके पिता अब दुनिया में नहीं रहे हैं। जब वह कई महीनों के उपरांत घर पहुंचे तब पता चला कि पिताजी गुजर चुके हैं। कुछ वर्षों के बाद में उनकी माता का भी देहांत हो गया। उनकी एक बेटी है जिसकी शादी हो चुकी है। उनकी पत्नी का भी स्वर्गवास हो चुका है। मेहर सिंह जीवन के इस पड़ाव में भी पूरी तरह स्वस्थ है जिसका प्रमाण पीजीआई में हुए उनके महत्वपूर्ण अंगों के टेस्ट हैं। टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही उन्हें देहदान की मंजूरी प्रदान की गई है। मेहर सिंह घर पर अकेले ही रहते हैं। वह अपने लिए तीन वक्त का स्वयं खाना बनाते हैं। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया है कि स्वस्थ मनुष्य जरूर देहदान करें। मरणोपरांत शरीर आग में जलकर राख हो जाता है। यदि शरीर के अंग किसी के काम आ जाएं तो मरने के उपरांत भी व्यक्ति कई जिस्मों में जिंदा रह सकता है।

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