हमीरपुर. 22 जनवरी 2024 का दिन भारत के इतिहास में बहुत ही खास होने वाला है। यह वो दिन है जब रामलला अयोध्या राम मंदिर में विराजित होंगे। इस ऐतिहासिक क्षण का पूरा देश तो बेसब्री से इंतजार कर रहा है लेकिन उन महान कारसेवकों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार है जिन्होंने इस … Read more
हमीरपुर. प्रदेश सरकार ने 17 जनवरी से सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का आगाज कर दिया है। मुख्यमंत्री,ने अपने गृहविधानसभा क्षेत्र से इस कार्यक्रम की शुरुआत की जबकि अन्य जिलों में सरकार के मंत्री कार्यक्रम में पहुंचे थे। अब 20 जनवरी को सरकार फिर से गांव के द्वार पहुंचने वाली है। जानकारी है कि मु … Read more
शिमला. पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले शिमला में 123 साल पुरानी आइस स्केटिंग रिंक में कार्निवल हुआ. करीब छह साल बाद के लंबे इंतजार के बाद कार्निवल का आयोजन हुआ है. दरअसल, बीते कुछ सालों में मौसम का साथ न मिलने की वजह से कार्निवल नहीं हो पा रहा था. इस बार मौसम ने साथ दिया, तो लोगों का इंतजार खत्म हुआ और कार्निवल में करीब 80 स्केटर्स ने अपनी प्रतिभा का जादू बिखेरा. कड़ाके की ठंड के बावजूद शाम छह बजे से रात 10 बजे तक अलग-अलग प्रतियोगिताओं में स्केटर्स ने हिस्सा लिया. कार्निवल में खेल मंत्री यादविंदर गोमा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए.
शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान भी कार्निवल में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे. शिमला आइस स्केटिंग रिंक कार्निवल में प्रतिभागियों ने आइस रिंक में स्केट्स पहनकर डांस किया. मजेदार बात यह रही की आइस रिंक में पहाड़ी वेशभूषा में प्रतियोगी नाटी करते हुए भी नजर आए जो कि अपने आप में एक अद्भुत नजारा था . इसके अलावा रिंक में ही सिंगिंग कंपटीशन और पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित हुई. आइस स्केटिंग रिंक कार्निवल में टॉर्च लाइट टैटू ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा और यह कार्निवल में आकर्षण का मुख्य केंद्र बना. टॉर्च लाइट टैटू में स्केटर्स ने हाथों में मशाल लेकर लोगों का खूब मनोरंजन किया. रात के अंधेरे में स्केटर्स की मशाल से पूरा इलाका जगमग हो उठा.
सुजानपुर. सोमवार 15 जनवरी को सुजानपुर के चौगान में आयोजित सेना दिवस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि पूर्व मंत्री व धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने मंच से न केवल सर्वकल्याणकारी संस्था और राजेंद्र राणा की तारीफ की बल्कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि कुर्सी से कोई बड़ा नहीं होता बल्कि व्यक्ति कुर्सी की शोभा बढ़ाता है। यही नहीं उन्होंने यहां तक कहा कि राजेंद्र राणा भले ही आज विधायक हैं लेकिन इन्होंने वो काम विधायक रहते हुए किए हैं जिन्हें कई बार मंत्री भी नहीं कर पाते। इसलिए राणा किसी मंत्री से कम नहीं है।
सुधीर शर्मा ने कहा कि सर्व कल्याणकारी संस्था के बारे में सुना तो बहुत था लेकिन आज पहली बार इतना भव्य कार्यक्रम देखा जो की संस्था के द्वारा करवाया गया है। सर्व कल्याणकारी संस्था को देश के हर कोने में जाकर जनहित के कार्य करने चाहिए और ऐसे कार्यक्रम भी आयोजित करने चाहिए जिससे हमारी सेना का मनोबल बढ़ता है। सुधीर शर्मा ने कहा कि मैं हर प्रकार से सर्व कल्याणकारी संस्था के साथ खड़ा हूं और हर कार्यक्रम में मेरा सहयोग भी रहेगा। हिमाचल प्रदेश एक फौजी बहुल क्षेत्र है और खासकर प्रदेश का निचला हिस्सा जहां पर भारी सं या में युवा भारतीय सेना में जाने को तत्पर रहते हैं। विधायक सुधीर शर्मा ने मेजर सोमनाथ का उदाहरण देते हुए कहा की सेना का सबसे बड़ा स मान परमवीर चक्र पहली बार मेजर सोमनाथ को ही मिला था जो कि हिमाचल के कांगड़ा से संबंध रखते थे।
इसके बाद विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि वह इस बात से अत्यंत प्रसन्न है कि आज विधायक राजेंद्र राणा के साथ मंच साझा कर रहे हैं क्योंकि विधायक राजेंद्र राणा जनता के बीच में रहने वाले जड़ों से जुड़े हुए इंसान हैं जिन्होंने निर्दलीय रहते हुए भी एक समय पर जनता का दिल जीता था और विधायक बने। स्थिति कोई भी हो सुजानपुर की जनता विधायक राजेंद्र राणा को दिल से चाहती है क्योंकि यह जड़ों से जुड़े हुए विधायक हैं जो कि तेजी से सुजानपुर क्षेत्र का विकास कर रहे हैं।
हमीरपुर. हिमाचल प्रदेश के दो बार के मुख्यमंत्री रहे प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल और राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में रविवार को छुट्टी वाले दिन कुछ ऐसा घटा जिसने जनवरी महीने के इस दर्द मौसम में राजनीतिक गलियारों को एकाएक तपा दिया. एक ऐसी राजनीति जो नेताओं की जनसभाओं में होने वाले सियासी हमलों से बाहर निकलते हुए सरकारी विभागों के विश्रामगृहों की तालाबंदी पर पहुंच गई । यह तालाबंदी किसी देहात या दूरदराज के रेस्ट हाउस में नहीं की गई है बल्कि प्रदेश के दो बार के मु यमंत्री रहे प्रो. प्रेम कुमार धूमल के घर के पड़ोस में बने लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में की गई है। हालांकि इस मामले में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि न तो संबंधित विभाग के अधिकारी न ही जिला प्रशासन इस मसले पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने को तैयार है।
पूर्व मु यमंत्री के पहले कार्यकाल में बने इस विश्राम गृह में तालाबंदी क्यों की गई और किसके इशारे पर की गई इस बारे में तो कोई भी बोलने को तैयार नहीं है लेकिन तालाबंदी के इस घटनाक्रम के पीछे की कहानी राजनीति से जुड़ी हुई ही सामने आ रही है। ऐसा माना जा रहा है कि पिछले दिनों भोरंज महिला मोर्चा द्वारा इस विश्राम गृह के प्रांगण से सरकार के खिलाफ गा-गाकर और नाच-नाचकर किया गया प्रदर्शन इसकी वजह हो सकती है। दरअसल पिछले दिनों महिला मोर्चा की महिलाओं द्वारा सरकार की गारंटियों और खासकर महिलाओं को 1500 रुपए देने के किए गए वायदे को लेकर इस रेस्ट हाउस में ‘हाय सुक्खुआÓ जैसे गीत महिलाओं ने गाए थे और सरकार को गीतों के जरिये सरकार को खूब खरी-खोटी भी सुनाई थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था जिसपर लोगों ने बहुत कमेंट भी किए थे। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार तक यह मामला पहुंचा है जिसके बाद यह कार्यवाही की गई है। खैर वजह जो भी रही हो लेकिन विश्रामगृह में हुई इस तालाबंदी के बाद हमीरपुर में एक नई तरह की राजनीतिक तस्वीर डेवलेप होती हुई नजर आ रही है . तालाबंदी की राजनीति किस चाबी से खुलेगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन रविवार की यह राजनीतिक घटना आने वाले वक्त में एक नया मोड़ जरूर लेगी.
हमीरपुर. भारत की विकास यात्रा तेजी से आगे बढ़ रही है। आज हम दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं और जल्द ही हम तीसरी पायदान पर होंगे। यह कहना था भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का। उपराष्ट्रपति शनिवार को हमीरपुर में एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम के 500वें सेंटर का लोकापर्ण करने और छात्रों से संवाद करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के देश भारत की ओर देखते हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि देश युवाओं से बनता है और युवाओं को अपने संस्कारों को नहीं भूलना चाहिए। श्री धनखड़ ने कहा कि एक दशक मेें देश में जो कार्य हुए उनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।
नारी सशक्तिकरण की दिशा में अनेक पहल हुई हैं। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम इस दिशा में कारगर सिद्ध होगा। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर में आयोजित ‘विकसित भारत/2047 में युवाओं की भूमिकाÓ संवादात्मक सत्र की अध्यक्षता करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि युवाओं को चुनौतियों से आगे देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसा माध्यम से जो युवाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। इस अवसर पर उन्होंने महिला सशक्तिकरण, विकास की दृष्टि से तेजी से बढ़ता भारत विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के विद्यार्थियों से संसद भवन का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है। इस जनसां ियकीय लाभांश का अच्छी तरह से उपयोग करके, हम भारत को एक विकसित भारत के रूप में आगे बढ़ा सकते हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि 2030 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यव्था बनाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है जोकि कई विकसित देशों को पीछे छोड़ देगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज मुझे कोई शंका नहीं है कि आज भारत की यात्रा बहुत ऊपर चली गई है। आज वो भारत नहीं है जो दुर्बल था, आज हम दुनिया की महाशक्ति हैं हमने इंग्लैंड को पीछे छोड़ा है, कनाडा को पीछे छोड़ा है, फ्रांस को छोड़ा है और हम पांचवी महाशक्ति बन गए हैं। कुछ ही साल बाकी हैं, 5-6 साल में हम जापान और जर्मनी को भी पीछे छोड़ देंगे। एक साल का ही देख लो क्या-क्या नहीं हुआ है? एक साल में चांद पर हम पहुंच गए, एक साल में ही विक्रांत समुद्र में उतार दिया है- भारत में निर्मित, हवाई जहाज तेजस भारत में बन गया, हेलीकॉप्टर बन गया, पिछले साल ही विश्व का बड़ा – वन ऑफ द बिगेस्ट टॉ-10 भारत मंडपम हो गए, यशोभूमि हो गया। और कितने लोगों को जीवन में बदलाव करने के लिए सहायता उपलब्ध की गई है। एनआईटी सभागार में उपराष्ट्रपति ने कहा कि यदि कोई देश बदलता है तो नवयुवकों से, जो मेरे सामने हैं। आज अमृत काल में भारत की ठोस नींव प्रधानमंत्री ने डाल दी है। यह मज़बूत नींव है। हमारा अमृत काल, हमारा गौरव काल है और 2047 में भारत दुनिया के श्रेष्ठतम देशो में होगा। यह भार आपके कंधों पर है, यह आपको करना है और मेरे मन में कोई शंका नहीं है कि आप हर हालत में हर परिस्थिति में ऐसा करके दिखाओगे।
यह बदलता हुआ भारत है
उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब मैं यहां आया, आते ही यहां एक नारा गूंजा भारत माता की जय। उन्होंने कहा सोचिये पिछले 48 घंटे में क्या हुआ है, समुद्र में एक विदेशी जहाज को हाईजैक कर लिया गया। उसमें हमारे भारतीय थे। उन भारतीयों को छुड़ाने के लिए हमारी नेवी का वॉरशिप गया, सफलतापूर्वक उनको भी छुड़ाया औरों को भी छुड़ाया। उन लोगों ने सबसे पहले कहा – भारत माता की जय। उपराष्ट्रपति ने कहा यह बदलता हुआ भारत है।
भारत का हित हम सर्वोपरी रखेंगे
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अंत में सिर्फ यही कहूंगा कि हमारी पहचान भारतीयता है। इसमें कोई शक नहीं है कि भारत हमारे लिए सर्वोपरि है। भारत का हित हम सर्वोपरि रखेंगे। हम इस देश के सच्चे नागरिक हैं। हम इस देश को झुकने नहीं देंगे, हम हर हालत में इस देश में जो हो रहा है… आज अप्रत्याशित अकल्पनीय विकास की गंगा हर कोने में जा रही है। हर वर्ग को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही है। इसके लिए हम और आगे बढऩे का प्रयास करेंगे।
हमीरपुर – उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हमीरपुर दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध पुलिस महकमे द्वारा कर दिए गए हैं। गुरूवार शाम तक जिला मुख्यालय हमीरपुर और आसपास का इलाका पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया था। पुलिस के जवान पूरा दिन शहर के चप्पे चप्पे पर गस्त करते हुए नजर आए। सुरक्षा प्रबंधों को लेकर एसपी हमीरपुर डा. आकृति शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उपराष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए एक हजार पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। हमीरपुर शहर को 11 सेक्टर में विभाजित किया गया है तथा इन 11 सेक्टर की जिम्मेवारी 36 पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है।
उन्होंने बताया कि अन्य जिला से भी पुलिस फोर्स मंगवाई गई है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उपराष्ट्रपति के दौरे के चलते बसों से उतरने के स्थान भी चिन्हित किए गए हैं। इसके साथ ही पार्किंग के लिए बडू जगह का चयन कर लिया गया है। आयोजन के लिए प्रतिभागियों के वाहन बडू में ही पार्क होंगे।उन्होंने बताया कि जो बसें बिलासपुर, ऊना, भोटा की तरफ से आएंगी उनसे प्रतिभागी दोसड़का के पास ही उतर जाएंगे। उसके बाद उन्हें आयोजन स्थल तक पैदल ही जाना होगा।इसके साथ ही मोबाइल के अलावा कोई अन्य सामग्री आयोजन स्थल पर लेकर जाने पर प्रतिबंध रहेगा।
आयोजन स्थल पर जाने वाले व्यक्ति के पास बैग तक भी नहीं होना चाहिए। पुलिस के जवान पुलिस लाइन दोसड़का में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। पुलिस लाइन के अंदर किसी भी वाहन को ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। नादौन तथा सुजानपुर की तरफ से आने वाली बसें पुलिस लाइन के गेट के समीप ही प्रतिभागियों को उतार देंगी तथा वहां से प्रतिभागी आयोजन स्थल तक पैदल जाएंगे। नादौन की तरफ से आयोजन में आने वाले लोगों के वाहनों के लिए भी पार्किंग का स्थल बडू ही रहेगा। यदि बडू में पार्किंग की कोई समस्या पेश आती है तो ट्राला यूनियन सहित कुछ अन्य जगहों को भी इडेंटिफाई किया गया है। आपात स्थिति में ही वाहन वहां पर खड़े किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रप्रति के वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान एनआईटी से पुलिस लाइन तक जाते समय बेशक यातायात पूरी तरह बंद रहेगा लेकिन एंबुलेंस के जाने की पूरी व्यवस्था पुलिस की तरफ से की जाएगी ताकि आपात स्थिति में कोई अनहोनी न हो।
*रामानंद सागर जी जब रामायण बना रहे थे तब एक अजीबोगरीब घटना घटी थी ..!* कहते है कि किसी काम को दिल से करो तो…*भगवान भी साथ देते हैं* और चमत्कार तो सनातन धर्म में ही होते हैं *रामायण शूट में बालक राम के साथ कौआ (काकभूशुंडी) को दिखाना था*। चिन्ता ये थीं की ऐसा कौआ कहां मिलेगा जो कुछ देर हमारे हिसाब से खेले, कूदे और शिशु राम के हाथ से खाए? *कौआ पाला नहीं जाता है और कहीं से ले भीं आए तो छोड़ते ही उड़ जायगा। लीला हुईं प्रभु श्री राम जी की*।
अचानक एक कौआ पेड़ पर आ बैठा और कांव-कांव करने लगा, सब चकित हो गए। रामानंद जी पेड़ के पास गए और हाथ जोड़कर प्रार्थना की हे “काकभूशुंडी” महाराज आखिर आप आ गए। आपसे विनती है कि ये बच्चा राम बना है, आप कुछ देर इसके पास बैठ जाइए। कौआ तुरन्त बालक राम के पास आ बैठा, रामानंद जी के आंख में आंसू थे। *कैमरा चालू किया गया। बालक राम कौआ के साथ खूब खेले, मस्ती किए लेकिन कौआ नहीं उड़ा, 10 मिनट की शूटिंग पूरी होने के बाद कौआ उड़ जाता हैं*। रामायण सीरियल बहुत दिल से और इतना बेहतरीन ईश्वर की कृपा से बना है जो हमेशा हम लोगो के दिल दिमाग में बसा रहेगा।
कौन थे काकभुशुण्डि…..
गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड में लिखा है कि काकभुशुण्डि परमज्ञानी रामभक्त थे। पूर्व के एक कल्प में कलियुग का समय चल रहा था। उसी समय काकभुशुण्डि जी का प्रथम जन्म अयोध्या पुरी में एक शूद्र के घर में हुआ। उस जन्म में वे भगवान शिव के भक्त थे