2047 तक भारत दुनिया का सबसे विकसित राष्ट्र होगा, हमीरपुर पहुंचे उपराष्ट्रपति ने जताया विश्वास

हमीरपुर. भारत की विकास यात्रा तेजी से आगे बढ़ रही है। आज हम दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं और जल्द ही हम तीसरी पायदान पर होंगे। यह कहना था भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का। उपराष्ट्रपति शनिवार को हमीरपुर में एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम के 500वें सेंटर का लोकापर्ण करने और छात्रों से संवाद करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के देश भारत की ओर देखते हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि देश युवाओं से बनता है और युवाओं को अपने संस्कारों को नहीं भूलना चाहिए। श्री धनखड़ ने कहा कि एक दशक मेें देश में जो कार्य हुए उनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।

नारी सशक्तिकरण की दिशा में अनेक पहल हुई हैं। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम इस दिशा में कारगर सिद्ध होगा। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर में आयोजित ‘विकसित भारत/2047 में युवाओं की भूमिकाÓ संवादात्मक सत्र की अध्यक्षता करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि युवाओं को चुनौतियों से आगे देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसा माध्यम से जो युवाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। इस अवसर पर उन्होंने महिला सशक्तिकरण, विकास की दृष्टि से तेजी से बढ़ता भारत विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के विद्यार्थियों से संसद भवन का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है। इस जनसां ियकीय लाभांश का अच्छी तरह से उपयोग करके, हम भारत को एक विकसित भारत के रूप में आगे बढ़ा सकते हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि 2030 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यव्था बनाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है जोकि कई विकसित देशों को पीछे छोड़ देगा।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज मुझे कोई शंका नहीं है कि आज भारत की यात्रा बहुत ऊपर चली गई है। आज वो भारत नहीं है जो दुर्बल था, आज हम दुनिया की महाशक्ति हैं हमने इंग्लैंड को पीछे छोड़ा है, कनाडा को पीछे छोड़ा है, फ्रांस को छोड़ा है और हम पांचवी महाशक्ति बन गए हैं। कुछ ही साल बाकी हैं, 5-6 साल में हम जापान और जर्मनी को भी पीछे छोड़ देंगे। एक साल का ही देख लो क्या-क्या नहीं हुआ है? एक साल में चांद पर हम पहुंच गए, एक साल में ही विक्रांत समुद्र में उतार दिया है- भारत में निर्मित, हवाई जहाज तेजस भारत में बन गया, हेलीकॉप्टर बन गया, पिछले साल ही विश्व का बड़ा – वन ऑफ द बिगेस्ट टॉ-10 भारत मंडपम हो गए, यशोभूमि हो गया। और कितने लोगों को जीवन में बदलाव करने के लिए सहायता उपलब्ध की गई है। एनआईटी सभागार में उपराष्ट्रपति ने कहा कि यदि कोई देश बदलता है तो नवयुवकों से, जो मेरे सामने हैं। आज अमृत काल में भारत की ठोस नींव प्रधानमंत्री ने डाल दी है। यह मज़बूत नींव है। हमारा अमृत काल, हमारा गौरव काल है और 2047 में भारत दुनिया के श्रेष्ठतम देशो में होगा। यह भार आपके कंधों पर है, यह आपको करना है और मेरे मन में कोई शंका नहीं है कि आप हर हालत में हर परिस्थिति में ऐसा करके दिखाओगे।

यह बदलता हुआ भारत है
उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब मैं यहां आया, आते ही यहां एक नारा गूंजा भारत माता की जय। उन्होंने कहा सोचिये पिछले 48 घंटे में क्या हुआ है, समुद्र में एक विदेशी जहाज को हाईजैक कर लिया गया। उसमें हमारे भारतीय थे। उन भारतीयों को छुड़ाने के लिए हमारी नेवी का वॉरशिप गया, सफलतापूर्वक उनको भी छुड़ाया औरों को भी छुड़ाया। उन लोगों ने सबसे पहले कहा – भारत माता की जय। उपराष्ट्रपति ने कहा यह बदलता हुआ भारत है।
भारत का हित हम सर्वोपरी रखेंगे
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अंत में सिर्फ यही कहूंगा कि हमारी पहचान भारतीयता है। इसमें कोई शक नहीं है कि भारत हमारे लिए सर्वोपरि है। भारत का हित हम सर्वोपरि रखेंगे। हम इस देश के सच्चे नागरिक हैं। हम इस देश को झुकने नहीं देंगे, हम हर हालत में इस देश में जो हो रहा है… आज अप्रत्याशित अकल्पनीय विकास की गंगा हर कोने में जा रही है। हर वर्ग को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही है। इसके लिए हम और आगे बढऩे का प्रयास करेंगे।

 

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