JOA (IT) पोस्ट कोड-817 का परिणाम होगा घोषित, मंत्रिमण्डलीय उप-समिति में सर्वसम्मति से निर्णय

उप-समिति के सुझाव स्वीकृति के लिए मंत्रिमण्डल के समक्ष होंगे प्रस्तुत: मुकेश  शिमला. उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में वीरवार को शिमला में हुई मंत्रिमण्डलीय उप-समिति की बैठक में सर्वसम्मति से जूनियर आफिस अस्सिटेंट जेओए (आईटी) पोस्ट कोड-817 का लम्बित परिणाम जारी करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि 7 अभ्यर्थी जिनके खिलाफ … Read more

Himachal Cabinet : महिला दिवस पर प्रदेश की नारी शक्ति को 1500 रुपए पेंशन का तोहफा

शिमला. अपनी एक के बाद एक गारंटी को पूरा करने की ओर अग्रसर ठाकुर सुखविंद्र सिंह की सरकार ने वीरवार को हुई केबिनेट में महिलाओं को 1500-1500 रुपए देने की गारंटी पर भी मुहर लगा दी। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में किसी सरकार द्वारा नारी के सम्मान में उठाया गया यह बहुत बड़ा कदम माना … Read more

हिमाचल प्रदेश में 2800 डॉक्टर हड़ताल पर, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई

हमीरपुर. हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत करीब 2800 डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर सड़कों पर उतर आए हैं. वीरवार को प्रदेश भर के डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर हमीरपुर के गांधी चौक पर हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र डोगरा की अगुवाई में डॉक्टरों ने रोष मार्च निकाला और सरकार से एनपीए सहित अन्य मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की । डॉक्टर का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को नहीं सुन रही है और वह पिछले लंबे समय से इसे हल करवाने के लिए कोशिश कर रहे हैं हजारों डॉक्टर के हड़ताल पर चले जाने से प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं ।

उन्होंने कहा कि धरती पर डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है लेकिन बड़े दुख की बात है कि आज यह भगवान अपनी मांगों के लिए सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं । उन्होंने कहा कि गुरुवार को सभी डॉक्टर सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं हालांकि इससे मरीजों को काफी असुविधा हो रही है लेकिन यह सब उन्हें मजबूरी में करना पड़ रहा है ।

हिमाचल प्रदेश मेडिकल एसोसिएशन हमीरपुर के प्रधान डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी पिछले काफी समय से कई मांगे लंबित पड़ी हुई है लेकिन सरकार उनका हल नहीं निकल रही है जिसकी वजह से मजबूर उन्हें सामूहिक अवकाश लेकर सड़कों पर उतरना पड़ा है । उन्होंने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में एनपीए, अन्य विभागों के लोगों को स्वास्थ्य विभाग में प्रोग्राम ऑफिसर लगाना, प्रमोशन सेवा विस्तार और एशियाड टीम में जिसमें 8th कंट्रोल कमेटी में स्थाई पद पर डॉक्टरों की नियुक्ति न करना प्रमुखता शामिल है । उन्होंने कहा कि आज सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए सरकार ने उन्हें मजबूर किया है और सरकार ही इसके लिए जिम्मेदार है डॉक्टर वर्ग सरकार से इसे लेकर नाराज है।

जो लोकतंत्र को बदनाम करते हैं, खुद को बेच देते हैं जनता उन्हें कभी माफ नहीं करती

हमीरपुर. प्रदेश की सियासत में पिछले दिनों हुई उठापटक के बाद मु यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू पहली बार अपने गृहजिला हमीरपुर पहुंचे। यहां जनसभा में मु यमंत्री ने न केवल बीजेपी पर निशाना साधा बल्कि बागी हुए कांग्रेस के 6 एमएलए पर भी जमकर गुब्बार निकाला। जिले से बागी हुए दो विधायकों राजेंद्र राणा और इंद्रदत्त लखनपाल पर बरसते हुए मु यमंत्री ने कहा कि 27 फरवरी की रात को दोनों विधायकों ने हमारे साथ खाना खाया और सुबह पार्टी के खिलाफ ही वोट कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा करना था तो पहले ही बता देते। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर गिराने की कोशिश की। सुक्खू ने कहा कि 28 को मैं बजट पेश करने की तैयारी कर रहा था तो टीवी पर खबर चला दी गई कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। मु यमंत्री ने कहा कि सत्ता आती है, जाती है लेकिन लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा रहने चाहिएं। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि आपने पांच साल के लिए मुझे चुनकर भेजा है तो मैं पांच साल ही आपकी सेवा करूंगा इसका दावा और वायदा करता हूं।

मु यमंत्री ने कहा कि मैं आम आदमी की मैं जिस आम आदमी के बजट को पेश करना चाह रहा था ये लोग भाजपा के साथ मिलकर उसे पेश नहीं होने देना चाहते थे लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। सीएम ने कहा कि आज सभी बागी विधायक पंचकूला के होटल में कैद होकर बैठे हैं। वे बाहर नहीं निकल पा रहे। उन्होंने कहा कि अगर वे मुझसे कहेंगे तो मैं ही उन्हें यहां सुरक्षित ले आउंगा। उन्होंने कहा कि जो लोकतंत्र को बदनाम करते हैं, खुद को बेच देते हैं जनता उन्हें कभी माफ नहीं करती। धन के बल से कुछ लोगों को तो खरीदा जा सकता है लेकिन हमें नहीं। मु यमंत्री ने कहा कि मैंने 14 महीने के कार्यकाल में भ्रष्टाचार मुक्त शासन चलाए खनन माफिया पर लगाम लगाई ऐसे में बहुत से लोग मेरे खिलाफ हो गए और षड्यंत्र रचने लगे। सुक्खू ने कहा कि मैं 20 साल पहले पहली बार मु यमंत्री बना था। मुझे वीरभद्र सिंह ने पोर्टफोलियो देना चाहा लेकिन मैंने उसका लालच नहीं किया। उन्होंने कहा कि मु यमंत्री की कुर्सी आम आदमी की कुर्सी होती है जिसका हर पांच साल बाद एग्जाम देना होता है। मैं आम परिवार से जुड़ा हूं और आम आदमी का दर्द समझता हूं। आम आदमी और प्रदेश की सेवा ही मेरा ध्येय है।

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