हमीरपुर. प्रदेश की सियासत में पिछले दिनों हुई उठापटक के बाद मु यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू पहली बार अपने गृहजिला हमीरपुर पहुंचे। यहां जनसभा में मु यमंत्री ने न केवल बीजेपी पर निशाना साधा बल्कि बागी हुए कांग्रेस के 6 एमएलए पर भी जमकर गुब्बार निकाला। जिले से बागी हुए दो विधायकों राजेंद्र राणा और इंद्रदत्त लखनपाल पर बरसते हुए मु यमंत्री ने कहा कि 27 फरवरी की रात को दोनों विधायकों ने हमारे साथ खाना खाया और सुबह पार्टी के खिलाफ ही वोट कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा करना था तो पहले ही बता देते। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर गिराने की कोशिश की। सुक्खू ने कहा कि 28 को मैं बजट पेश करने की तैयारी कर रहा था तो टीवी पर खबर चला दी गई कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। मु यमंत्री ने कहा कि सत्ता आती है, जाती है लेकिन लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा रहने चाहिएं। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि आपने पांच साल के लिए मुझे चुनकर भेजा है तो मैं पांच साल ही आपकी सेवा करूंगा इसका दावा और वायदा करता हूं।
मु यमंत्री ने कहा कि मैं आम आदमी की मैं जिस आम आदमी के बजट को पेश करना चाह रहा था ये लोग भाजपा के साथ मिलकर उसे पेश नहीं होने देना चाहते थे लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। सीएम ने कहा कि आज सभी बागी विधायक पंचकूला के होटल में कैद होकर बैठे हैं। वे बाहर नहीं निकल पा रहे। उन्होंने कहा कि अगर वे मुझसे कहेंगे तो मैं ही उन्हें यहां सुरक्षित ले आउंगा। उन्होंने कहा कि जो लोकतंत्र को बदनाम करते हैं, खुद को बेच देते हैं जनता उन्हें कभी माफ नहीं करती। धन के बल से कुछ लोगों को तो खरीदा जा सकता है लेकिन हमें नहीं। मु यमंत्री ने कहा कि मैंने 14 महीने के कार्यकाल में भ्रष्टाचार मुक्त शासन चलाए खनन माफिया पर लगाम लगाई ऐसे में बहुत से लोग मेरे खिलाफ हो गए और षड्यंत्र रचने लगे। सुक्खू ने कहा कि मैं 20 साल पहले पहली बार मु यमंत्री बना था। मुझे वीरभद्र सिंह ने पोर्टफोलियो देना चाहा लेकिन मैंने उसका लालच नहीं किया। उन्होंने कहा कि मु यमंत्री की कुर्सी आम आदमी की कुर्सी होती है जिसका हर पांच साल बाद एग्जाम देना होता है। मैं आम परिवार से जुड़ा हूं और आम आदमी का दर्द समझता हूं। आम आदमी और प्रदेश की सेवा ही मेरा ध्येय है।