हमीरपुर. वर्ष 2017 से 2022 तक प्रदेश की सत्ता संभालने वाले पूर्व मु यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ पांच साल यही टैग रहा कि उनकी अधिकारियों में पकड़ नहीं है, वे कमजोर मु यमंत्री हैं। यही नहीं उनके सत्ता संभालने के एक साल बाद से ही यह अफवाहें उडऩे लगी थीं कि उन्हें कभी भी हटाया जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पांच साल उन्होंने प्रदेश की सत्ता संभाली और अपना पूरा कार्यकाल कंप्लीट किया। हां ये अलग बात है कि वे जब भी हमीरपुर आए उन्होंने कभी खुद को सहज महसूस नहीं किया उसके पीछे कई सियासी कारण हो सकते हैं। शायद यही वजह रही कि पांच साल तक उनपर हमीरपुर की अनदेखी के आरोप विपक्ष में बैठी कांग्रेस के अलावा सत्तापक्ष के लोग भी लगाते रहे।
उनके शासनकाल में हमीरपुर की पांच में से दो सीटों भोरंज और नादौन में कमलेश कुमारी और विजय अग्निहोत्री के रूप में भाजपा के विधायक थे। बावजूद उसके जयराम ठाकुर न पूर्ण रूप से हमीरपुर के हो सके न ही यहां के लोगों को लग पाया कि हमीरपुर को वो तवज्जो देते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में जो नियुक्तियां इन दो विधायकों के अलावा करवाईं वे भी कोई खास प्रभाव हमीरपुर की जनता पर नहीं छोड़ पाए। आखिर में उनके कुछ समर्थक यह कहते हुए भी उन्हें डिफेंड करते रहे कि पहली बार सीएम बने हैं जबकि दूसरी बार बनेंगे तो सीख जाएंगे। दूसरी बार कब बनेंगे इसके बारे में तो अभी कहा नहीं जा सकता लेकिन अब जब उनके नाम के आगे एक्स सीएम लगा है और वे विपक्ष के नेता बने हैं तो उनकी कार्यशैली काफी बदली सी नजर आई है। राज्यसभा चुनावों में कांगे्रस के पूर्व और निर्दलीय विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग और उसके बाद हिमाचल की राजनीति की जो फिल्म प्रदेश की जनता ने देखी उसकी स्क्रिप्ट लिखने का श्रेय भी लोग जयराम ठाकुर को ही दे रहे हैं। डायरेक्टर के रूप में जेपी नड्डा अहम भूमिका बताई जाती है। खैर , बात जयराम और हमीरपुर की कर रहे हैं तो अब वर्तमान सिनैरियो बता रहा है कि उन्होंने यहां हमीरपुर, बड़सर और सुजानपुर में भी प्रत्याशी के रूप में अपने लोग तैयार कर लिए हैं। यानि पांचों विधानसभा क्षेत्रों में पूर्व मु यमंत्री ने 2027 से पहले अपनी जड़ें मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है। रविवार को जयराम ठाकुर स्वयं हमीरपुर के निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा को पूर्व सीएम प्रो. धूमल से मिलवाने समीरपुर पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के देहरा विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक होशियार सिंह और कुटलेहड़ से भाजपा के प्रत्याशी व पूर्व विधायक देवेंद्र भुट्टो ने भी प्रो. धूमल से आशीर्वाद लिया। बता दें कि जयराम ठाकुर करीब तीन दिन पहले भी हमीरपुर में देर शाम निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे हालांकि वो कोई ऑफिशियल टुअर नहीं था। जयराम की हमीरपुर से नजदीकियां प्रदेश की राजनीति में क्या नजारा दिखाएंगी यह आने वाले समय में देखना दिलचस्प होगा।