OPS जैसे जनहित के मुद्दों को भी क्या PM के समक्ष चिट्ठियों और सोशल मीडिया पर वायरल करके प्रधानमंत्री के समक्ष उठाएंगे बागी

हमीरपुर. कांग्रेस छोडक़र बीजेपी में जाने वाले पूर्व विधायकों में से कुछ शुरू से ही सरकार के खिलाफ चले हुए थे। कांग्रेस में रहते हुए वे विभिन्न मसलों को लेकर मुख्यमंत्री को चिट्टियां लिखकर फिर उन्हें सोशल मीडिया पर डाला करते थे। अब मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि ओपीएस जैसे जनहित से जुड़े मुद्दों … Read more

संतोषी माता मंदिर लदरौर में उमड़ी भक्तों की भीड़, रामनवमी के अवसर पर लगाया गया भंडारा

हमीरपुर. प्रसिद्ध प्राचीन संतोषी माता मंदिर लदरोर में रामनवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह तड़के से ही श्रद्धालु मंदिर में पहुंचना शुरू हो गए थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा सभी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। दिन के समय विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। स्थानीय लोगों सहित भक्तों ने विशाल भंडारे के चलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। सीसीटीवी की निगरानी में सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। मंदिर में एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वर्तमान समय में इस मंदिर को काफी डेवलप किया गया है ताकि भक्तों को यहां पर किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

 

जाहिर है कि नवरात्रों के उपलक्ष पर मंदिर को बेहतर ढंग से सजाया जाता है और इस बार भी काफी आकर्षक तरीके से मंदिर को सजाया गया था। रात के समय मंदिर का नजारा देखने लायक होता है। मंदिर को लाइट लगाकर सजाया गया है। नवरात्रों में मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की काफी अधिक भीड़ दर्ज की गई। रामनवमी के अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर में माता के जयकारे लगाते हुए पहुंचे। लाइनों में लगकर भक्तों ने माता रानी के दर्शन किए।

UPSC में हिमाचल के होनहारों ने लांघा सफलता का फासला, कोई IAS कोई IPS तो कोई बनेगा IRS

शिमला . संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 202& का अंतिम परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया। इसमें जिला मंडी के बल्ह घाटी के रति गांव की तरुणा कमल, सरकाघाट के चुक्कू टांडा गांव के &0 वर्षीय अनमोल जोकि एचएएस टॉपर भी रहे हैं, जिला चंबा के भटियाल की अवाह पंचायत के रोहित वर्मा, जिला सिरमौर के नाहन की त्रिलोकपुर पंचायत की निधि चौधरी और हमीरपुर स्थित आईपीएच विभाग में एसडीओ पद पर कार्यरत 27 वर्षीय विनय कुमार ने भी यह परीक्षा उत्तीर्ण की है। तरुणा का पहले ही प्रयास में 203 वां, अनमोल का 438वां ,रोहित वर्मा का 607वां, निधि चौधरी का 691वां और विनय कुमार का 824वां रैंक आया है। परीक्षा पास करने वाले सभी अभ्यर्थियों ने अपनी सफलता का श्रेय कठिन परिश्रम को दिया है।

…तो फिर कैसे स्कूल चलें हम, सरकारी स्कूलों में पीटीए फंड के नाम पर उगाही

हमीरपुर . एक तरफ सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं, दूसरी ओर कुछ स्कूलों में अपनी मर्जी से बनाए जा रहे नियम इस मुहिम में रोड़ा अटकाते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल सरकार ने सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा तक (6 से … Read more

एक बार सीएम खोकर गलती कर चुके हैं दोबारा नहीं करेंगे, सुजानपुर बीजेपी मंडल के पूर्व अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने सबको चौंकाया

हमीरपुर. राज्यसभा चुनावों के बाद हुई उथल-पुथल और प्रदेश में बदले सियासी समीकरणों के बाद मुख्यमंत्री के गृहजिले में सीएम के लेकर चली सिम्पेथी वेब अब खुलकर नजर आने लगी है। जैसे-जैसे चुनाव नजर आ रहे हैं हमीरपुर के लोग अब राजनीति से ऊपर उठकर सीएम के साथ खड़े दिखने लगे हैं। मंगलवार को इसी क्रम में जिल परिषद के पूर्व अध्यक्ष और सुजानपुर बीजेपी मंडल के अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि मुख्यमंत्री को खोने की गलती जिला हमीरपुर एक बार कर चुका है अब दूसरी बार ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी जिला के लिए मुख्यमंत्री मिलना छोटी बात नहीं होती। जब जिला का विकास होता है तो उसका फायदा किसी पार्टी विशेष को नहीं बल्कि पूरे जिला को मिलता है।

 

राकेश ठाकुर ने कहा कि पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गांधी चौक से कह रहे थे कि हमने पूरे प्रदेश का एक समान विकास करवाया और सबको एक नजर से देखा। राकेश ठाकुर ने जयराम ठाकुर से पूछा कि हमीरपुर बस स्टेंड का काम जिसका शिलान्यास पूर्व सीएम प्रो. धूमल ने करवाया था आपने मुख्यमंत्री रहते उसका एक पत्थर भी नहीं लगवाया। सुजानपुर में हर साल होने वाले राष्ट्रीय स्तर के मेले का शुभारंभ करने आप पांच साल में सिर्फ एक बार वो भी थोड़े से समय के लिए आए जबकि उस मेले का आज तक या तो सीएम या फिर राज्यपाल ने शुभारंभ किया है। उन्होंने पूछा कि जयराम पांच साल में कितनी बार सुजानपुर आए। उन्होंने कहा कि हमीरपुर की जनता जानती है कि उनको जिले से कितना प्यार है। उन्होंने कहा कि जब ठाकुर सुखविंद्र सिंह मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने 13 महीने के बाद ही न केवल इस बस अड्डे का शिलान्यास किया बल्कि 56 करोड़ का बजट भी सेंक्शन करवाया और काम शुरू करवाया। हमीरपुर मेडिकल कालेज के लिए उन्होंने 2022-23 में 163 करोड़ और 2023-24 में 70 करोड़ रिलीज किया। 12 करोड़ मेडिकल कालेज के फर्नीचर को दिए। यही नहीं हमीरपुर अस्पताल की मेंटीनेस के लिए 3 करोड़ दिए। उन्होंने कहा कि हमीरपुर की जनता पर यह जो उपचुनाव थोपा गया है उसका जवाब यहां की जनता वोट के माध्यम से देगी।

Himachal Day : पहाड़ की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों से गुजरता देवभूमि का त्रिगर्त ऐसे बन गया हिमाचल प्रदेश

शिमला. 15 अप्रैल, 1948 में पंजाब और शिमला के 30 पहाड़ी राज्यों के विलय के बाद अस्तित्व में आया हिमाचल आज 76 बर्ष का हो गया. अपने इस लंबे सफर में प्रदेश ने अब तक कई मुकाम छुए हैं। हर क्षेत्र में शून्य से शुरुआत करने वाला हिमाचल आज हर क्षेत्र में आगे है। हिमाचल के इतिहास पर नजर डालें तो स्वतंत्रता से पहले छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित प्रदेश 15 अप्रैल, 1948 संस्कृत के ‘हिमा’ (बर्फ) और ‘अचला’ (पर्वत) के संधि से उत्पन्न शब्द हिमाचल भारत का एक कमिश्नर प्रोविंस बना।

 

पंजाब और शिमला के 30 पहाड़ी राज्यों जैसे भगत, भज्जी, बाघल के भारतीय संघ में विलय के परिणामस्वरूप भारतीय संघ (कमिश्नर प्रोविंस) के एक राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। बेजा, बलसन, बुशहर, चंबा, दरकोटी, देलथ, ढाडी, धामी, घुंड, जुब्बल, खनेटी, क्योंथल, कोटी, कुमारसैन, कुनिहार, कुठार, मंडी मधान, महलोग मांगल, रतेश, रेविनीगढ़, सांगरी, सिरमौर, सुकेत, थरोच, और ठियोग रियासतों को भी शामिल किया गया। उस समय राज्य में चार जिले चंबा, महासू, मंडी और सिरमौर थे। इसका क्षेत्रफल 27,16,850 हेक्टेयर था। भारतीय संविधान लागू होने के साथ 26 जनवरी, 1950 को हिमाचल प्रदेश ‘ग’ श्रेणी का राज्य बन गया। 1954 में 31वीं रियासत को हिमाचल के साथ एकीकृत किया गया। इससे 1,06,848 हेक्टेयर क्षेत्र के साथ एक और जिला जुड़ गया।

हिमाचल प्रदेश, एक जुलाई 1956 में केंद्रशासित प्रदेश बना। 1966 में प्रशासनिक कारणों से महासू जिले से अलग होकर किन्नौर का एक नया सीमावर्ती जिला बनाया गया। 1 नवंबर, 1966 को पंजाब राज्य के पुनर्गठन के साथ चार और पहाड़ी जिले कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और शिमला, अंबाला जिले की नालागढ़ तहसील, होशियारपुर जिले की ऊना तहसील के कुछ हिस्से और गुरदासपुर जिले के डलहौजी को हिमाचल में मिलाया गया। इससे इसका क्षेत्रफल लगभग 100 प्रतिशत बढ़ गया। 25 जनवरी, 1971 को इस प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। एक सितंबर, 1972 को कांगड़ा जिले से दो और जिले, हमीरपुर और ऊना बनाए गए। महासू जिले को हटाकर सोलन को भी एक जिले का नाम दिया गया।

अब तक 7 मुख्यमंत्री कर चुके प्रदेश का प्रतिनिधित्व

1948 से लेकर हिमाचल ने लंबी यात्रा तय की है। प्रदेश ने कई सरकारें देखीं। इसने राज्य को आर्थिक निर्भरता की ओर अग्रसर किया है। पहाड़ी भाषा, भौगोलिक आधार और संस्कृति के दर्शन से हिमाचल की एक अलग पहचान बनाने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक यशवंत सिंह परमार 1952 से 1977 तक हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री रहे। ठाकुर राम लाल 1977 और 1980 में दो बार मुख्यमंत्री बने। शांता कुमार 1977 और 1990 में दो बार ढाई-ढाई वर्ष के लिए सत्ता में रहे। वीरभद्र सिंह 1985, 1993, 2003, 2012 और 2017 में रिकॉर्ड छह बार मुख्यमंत्री रहे। इस बीच 1998 और 2007 में प्रेम कुमार धूमल ने सत्ता संभाली। 2017 में जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने। 2023 से ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू इस पहाड़ी प्रदेश की सत्ता को संभाले हुए हैं।

 

हिमाचल प्रदेश का शुरुआती इतिहास

महाभारत काल के अनुसार, वर्तमान में हिमाचल प्रदेश बहुत से छोटे छोटे गणतंत्रों को मिला कर बना है जिन्हें हम जनपद के नाम से जाना जाता है। इन जनपदों में दोनों राज्य एवं सांस्कृतिक इकाइयाँ शामिल हैं।

अदुम्बरा: ये हिमाचल प्रदेश की सबसे प्राचीन जनजातियों में से एक है जो कि हिमाचल की तलहटी में पठानकोट और ज्वालामुखी के बीच में स्थित थी। इन्होने 2 ई पूर्व एक अलग राज्य की स्थापना कर दी थी।

त्रिगर्त: यह राज्य तीन नदियों – रावी, व्यास और सतलुज की तलहटी में स्थित है इसी कारण से इसका यह नाम पड़ा। इसे एक स्वतंत्र गणराज्य माना जाता है।

कुल्लुट: कीलित का यह राज्य व्यास घाटी के उपरी भाग में स्थित था तथा इससे कुल्लुट के नाम से भी जाना जाता था इसकी राजधानी नग्गर में थी।

कुलिंदास: यह राज्य व्यास, सतलुज और यमुना नदियों के क्षेत्र में बसा था जो कि शिमला और सिरमौर के पहाड़ी क्षेत्र थे। यहाँ का राज्य एक ऐसे गणराज्य के समरूप था जिसमें एक केन्द्रीय सभा राज्य के साथ उसकी शक्तियों को बाँटती थी।

गुप्त साम्राज्य: चन्द्रगुप्त ने धीरे-धीरे जबरन हिमाचल के ज्यादातर साम्राज्यों पर कब्ज़ा कर लिया था हालाँकि वो उन पर सीधे तौर पर शासन नहीं करता था। चन्द्रगुप्त के पोते अशोक ने अपनी सीमाओं को बढ़ा कर हिमालय क्षेत्र तक पहुंचा दिया था। उसने इस क्षेत्र में बौद्ध धरम का पदार्पण किया। उसने अनेकों स्पुत बनवाए जिनमें से एक कुल्लू घाटी में भी है।

हर्ष: गुप्त सामराज्य के समाप्ति तथा हर्ष के उदय से पहले यह क्षेत्र पुन्न: छोटे-छोटे मुखियाओं जिन्हें ठाकुर और राणाओं के नाम से जाना जाता था , के अधीन रहा। 7वीं शताब्दी में हर्ष के उदय के साथ इनमें से अधिकतर छोटे राज्यों ने उसकी सर्वस्ता को स्वीकार कर लिया था लेकिन कई स्थानीय शक्तियाँ अभी भी छोटे मुखियाओं के पास ही थी।

रोहित शर्मा बने स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन, 2004 से हैं वकालत के पेशे में, हमीरपुर जिला से हैं

शिमला. हिमाचल प्रदेश के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता रोहित शर्मा स्टेट बार काउंसिल हिमाचल प्रदेश के वाइस चेयरमैन चुने गए हैं। रोहित शर्मा ने बार काउंसिल ऑफ हिमाचल प्रदेश का वाइस चेयरमैन चुने जाने पर समस्त प्रदेश अधिवक्ताओं का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया है। जिला मुख्यालय हमीरपुर के वार्ड नंबर 5 .के रहने वाले 43 … Read more

हिमाचल में फिर बिगड़ेगा मौसम , 3 दिन आंधी के साथ बारिश – बर्फबारी के आसार

शिमला. हिमाचल प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा। इससे पहाड़ों पर बारिश बर्फबारी के आसार बन रहे है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो अगले पांच दिनों में बेक टू बेक दो WD एक्टिव होंगे। पहला WD आज सक्रिय होगा। मगर यह कमजोर होगा। इससे आज और कल कुछेक स्थानों पर ही हल्की … Read more

80 बरस के हुए EX. CM प्रो. धूमल, भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़ी सादगी से मनाया जन्मदिन

हमीरपुर. पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल बुधवार को 80 साल के हो गए। समीरपुर स्थित उनके निवास स्थान पर भाजपा कार्यकर्ताओं व परिवार की उपस्थिति में उन्होंने बड़ी सादगी से अपना जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर उनके बेटों केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने पूर्व मु यमंत्री के साथ कन्या पूजन … Read more

BJP की रैली से पूर्व हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने हमीरपुर बाजार में निकाला रोड शो

हमीरपुर. हमीरपुर के ऐतिहासिक गांधी चौक पर 11 अप्रैल को होने वाली भाजपा की विशाल रैली से पूर्व 10 अप्रैल यानी बुधवार शाम को शहर और शहर वासियों की नब्ज टटोलने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने  हमीरपुर बाजार में रोड शो निकाला। रोड शो की शुरूआत गांधी चौक से हुई और समापन … Read more

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