Youth Parliament में KV हमीरपुर विजेता, 2 बार के विजेता रहे मानेसर स्कूल को भी पछाड़ा

हमीरपुर. हरियाणा राज्य के रोहतक में आयोजित यूथ पार्लिमेंट प्रतियोगिता में केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर के विद्यार्थियों ने अपनी धाक जमाते हुए पूरे गुरुग्राम रीजन में प्रथम स्थान हासिल किया है। दिलचस्प बात यह है कि केवी हमीरपुर ने लगातार दो बार के विनर रहे हरियाणा राज्य के मानेसर एनएसजी को भी इस बार पछाड़ दिया है। स्कूल की इस उपलब्धि के लिए रीजनल ऑफिस गुरुग्राम के डिप्टी कमीशनर वरुण मित्र और असीस्टेंट कमीश्रर टी प्रीतम ने भी छात्र-छात्राओं को बधाई दी है। वहीं केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर के प्राचार्य सुनील चौहान ने इसे स्कूल शिक्षकों की मेहनत और छात्र-छात्राओं का बेहतरीन अभिनय बताते हुए उन्हें बधाई दी है। प्रिंसीपल चौहान के अनुसार इस प्रतियोगिता में गुरुग्राम रीजन के 62 में से 7 स्कूलों ने हिस्सा लिया था। हर स्कूल से 55 बच्चों ने यूथ पार्लिमेंट में भाग लिया था। बताते चलें कि गुरुग्राम रीजन के अंडर हिमाचल और हरियाणा स्कूल के सभी केंद्रीय विद्यालय आते हैं। प्रतियोगिता का आयोजन 22 अगस्त को किया गया।

केवी हमीरपुर के विद्यार्थियों के साथ गई मैडम रोमा तेगटा ने संपर्क करने पर पर बताया कि यूथ पार्लिमेंट में देश की संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में बच्चों को बताया जाता है। संसद के भीतर किस तरह से काम होता है इसके बारे में बच्चों को बताया जाता है। स्टूडेंट्स को स्पीकर, प्राइममिनिस्टर, लीडर ऑफ ओपाजिशन के अलावा सांसदों इत्यादि की भूमिका निभानी होती है। उन्होंने बताया कि केवी हमीरपुर के बच्चों ने ेबेहतर अभिनय किया था। 11वीं कक्षा की ओजस्वनी ने स्पीकर, अंशिका शर्मा ने प्रधानमंत्री और सानिया शर्मा ने लीडर ऑफ ओपोजिशन की भूमिका निभाई।

मलाणा के 2500 परिवार 24 दिन से अंधेरे में, बादल फटने से नष्ट हुआ है बिजली का ढांचा

कुल्लू . पहाड़ी राज्य हिमाचल के जिला कुल्लू के मलाणा गांव में पिछले दिनों बादल फटने से आई आपदा के कारण यहां बिजली का ढांच पूरी तरह से नष्ट होने के कारण 24 दिन से इलाका अंधेरे में डूबा हुआ है। बता दें कि 31 जुलाई की रात यहां बादल फटने के बाद आई बाढ़ … Read more

देव परंपरा : कुल्लू जिला में पांच दिन तक लोहा स्पर्श नहीं करेंगे ग्रामीण, शिवलिंग का मोहरा स्थापित

कुल्लू । देवभूमि हिमाचल की कई तरह की धार्मिक परंपराओं को सहेजने वाले जिला कुल्लू कुछ गांवों में देव परपंरा का निर्वहन करते हुए अगले पांच दिन जमीन पर किसी भी तरह की लोहे की वस्तु लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस के चलते अब अगले पांच दिन तक कृषि से जुड़ा कोई भी कार्य संबंधित गांवों में नहीं होगा।
जानकारी के मुताबिक जिला कुल्लू के कुलान्तक पीठ खराहल घाटी की न्योली पंचायत के गांव न्योली मुआफ़ीदार जुआणी महादेव मंदिर में मध्य रात्रि को शिवलिंग पर सतयुगी मोहरा मुकुट देव परम्परा अनुसार स्थापित किया गया। इसे स्थानीय बोली में बीठ निकलना कहते हैं।
शिवलिंग पर मोहर स्थापित होते ही आसपास के 12 गांव के हारियानों अनुयायियों के लिए कृषि कार्य पर पाबन्दी लग जाती है। यह पाबन्दी पांच दिन तक रहेगी।

जानकारी अनुसार न्योली, जुआणी, जगोट, ओड़ीदार, ग्राहण, थरमाण, थरमाण सेरी, लुगडभ_ी, जुआणी रोपा, जोकरपोधा, देवधार आदि गांव के लोग कृषि कार्य ही नहीं, बल्कि धरती पर या खेतों में लोहा से छुएंगे भी नहीं। अनुश्रुति अनुसार जब स्थानीय महिला खेत मे गुड़ाई कर रही थी तो कुदाली लगने से मोहरा जमीन से निकला था।

किसी को नहीं मोहरा देखने की इजाज़त

जानकारी के मुताबिक शिवलिंग का मोहरा साल में दो बार निकलता है। बैसाखी व सावन में भादो माह लगते से पूर्व देव भंडार से निकालकर शिवलिंग में स्थापित किया जाता है। इस मोहरें को किसी को भी देखने की इजाजत नहीं है।

NIRF की रैंकिंग में फिर छिटका NIT हमीरपुर, इस बार भी 100-150 के बैंड में राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान

हमीरपुर. भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार 12 जुलाई को देशभर के उम्दा इंजीनियरिंग संस्थानों की राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की सूची जारी की है। इस सूची में राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (एनआइटी) हमीरपुर ने एक बार फिर सबको निराश किया है। इस बार फिर से संस्थान 100-150 के बैंड में रहा है यानि … Read more

आकाश होनहारों को स्पेस सेंटर की यात्रा करवाएगा, 19 से 27 अक्तूबर तक एंथे की परीक्षा करवाएगा संस्थान

हमीरपुर . प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग में हिमाचल समेत देशभर के 300 से अधिक केंद्रों में उत्कृष्ट स्थान हासिल करने वाला आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड इस बा जहां अपने होनहार छात्रों को अमेरिका स्थित स्पेस सेंटर की यात्रा करवाने जा रहा है वहीं अपनी प्रमुख छात्रवृत्ति परीक्षा एंथे का अक्तूबर में आयोजन करने जा रहा … Read more

राज्य चयन आयोग देख रहा स्टाफ की राह, 11 महीनों में मिले मात्र 16 मुलाजिम

हमीरपुर. भर्ती परीक्षा पेपर लीक स्केंडल के बाद मौजूदा कांग्रेस सरकार ने हमीरपुर स्थित कर्मचारी चयन आयोग को भंग करके भर्तियों में पादर्शिता लाने और एक मजबूत ढांचा तैयार करने  के लिए रा’य चयन आयोग का गठन तो कर दिया लेकिन स्टाफ की कमी के चलते अभी तक इसकी प्रोपर फंक्शिनिंग नहीं हो पाई है। नतीजा आज करीब तीन हजार पदों का रिजल्ट फंसा हुआ है। विदित रहे कि भंग किए कर्मचारी चयन आयोग में एसआईटी की जांच के शिकंजे से करीब आधा दर्जन पोस्ट कोड बाहर रहे हैं जिनके यदि रिजल्ट निकलते हैं तो यह तीन हजार पद भरे जा सकते हैं। बता दें कि प्रदेश सरकार ने &0 सितंबर 202& को हिमाचल प्रदेश रा’य चयन आयोग (एचपीआरसीए) का गठन किया था।
जानकारी के मुताबिक स्टाफ की कमी के चलते रा’य चयन आयोग की फंक्शिनिंग 11 महीनों में भी सही ढंग से नहीं हो पाई है। इसके परिणाम स्वरूप करीब आधा दर्जन पोस्ट कोड का मामला केबिनेट सब कमेटी के पास फंसा है। इन आधा दर्जन पोस्ट कोड के तहत तीन हजार के लगभग पदों का रिजल्ट घोषित किया जाना है। मौजूदा समय में रा’य चयन आयोग के पास मात्र 16 मुलाजिमों का स्टाफ है। इनके अलावा आईएएस स्तर के अधिकारी को मुख्य प्रशासक, एचएएस अधिकारी को प्रशासनिक अधिकारी, एक लॉ आफिसर, फाइनांस के ’वाइंट कमीशनर और एक आईटी के डिप्टी डायरेक्टर हैं। लेकिन इन पांचों अधिकारियों के पास एक्स्ट्रा चार्ज दिया हुआ है यानि आयोग में इनमें से किसी की भी रेगुलर तैनाती नहीं है। कभी-कभार ही इनका यहां आना हो पाता है क्योंकि इनके पास दूसरे कार्यों का कार्यभार भी है। दरअसल वर्षों तक भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे रहे भंग किए कर्मचारी चयन आयोग के बाद नव गठित रा’य चयन आयोग में रेगुलर स्टाफ का स्ट्रक्चर कैसा होगा इस पर भी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

पूर्व में कुछ ऐसा था आयोग का ढांचा
गौरतलब है कि भंग होने से पूर्व जब हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग फंक्शिनिंग में था तो उस वक्त यहां 65 से 70 कर्मचारी सेवारत थे और इनके अलावा चेयनमैन, सचिव समेत आयोग के मेंबर होते थे। अब ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि रा’य चयन आयोग में जो मौजूदा ढांचा है उसमें भला आयोग की फंक्शिनिंग कैसे और क्या होगी।

सरकार ने रिजल्ट घोषित करने की कही है बात
हालांकि हाल ही में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश रा’य चयन आयोग को विभिन्न श्रेणियों के 21 पोस्ट कोड के परिणाम घोषित करने और सरकारी क्षेत्र में &0 हजार पद सृजित करने की बात कही है, जोकि स्वागत योग्य है। लेकिन सवाल यही है कि जिस रा’य चयन आयोग के रास्ते युवाओं को नौकरियां दी जानी हैं पहले उसकी प्रोपर फंक्शिनिंग करनी होगी।

श्मशानघाट में डर नहीं लगता सुकून मिलता है, इसलिए 9 साल से लगातार यहां आ रहे

हमीरपुर. श्मशानघाट या मोक्षधाम, वो स्थल जहां शवों को चिता पर जलाने के लिए लाया जाता है।  यह अकसर नदी के किनारे होते हैं। जनश्रुति के अनुसार इन स्थलों पर रात तो क्या दिन के समय भी नहीं जाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यहां भूत-प्रेतों और आत्माएं विचरण करती हैं इसलिए लोग यहां … Read more

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